नई दिल्ली (New Delhi)। भारत समेत दुनियाभऱ के मुसलमान रमजान (muslim ramadan) माह में पूरे इबादत के साथ रोजा रख रहे हैं. रमजान का अंतिम कालखंड नजदीक (period near) आते ही यानी तीसरा अशरा शुरू होते ही सभी ईद की तैयारियों में लग जाते हैं और जैसे-जैसे रमजान बीतता जाता है सभी को ईद के चांद का बेसब्री से इंतजार रहता है.
ईद मुस्लिम समुदाय के लोगों का सबसे अहम त्योहार है. इसे ईद-उल-फितर, ईद-अल-फितर, मीठी ईद या रमजान ईद के नाम से भी जाना जाता है. ईद का पर्व रमजान महीने के अंत का प्रतीक है. रमजान महीने के खत्म होते ही ईद मनाई जाती है. लेकिन ईद की तारीख अर्धचंद्र के दीदार के बाद ही तय होती है. आइये जानते हैं इस साल भारत में कब दिखेगा ईद का चांद और मुल्क में कब मनाई जाएगी ईद-उल-फितर.
ईद से पहले क्यों देखा जाता है चांद
इस्लामिक कैलेंडर चंद्रमा पर आधारित होता है और सभी पर्व-त्योहार भी चंद्रमा पर निर्भर करते हैं. इस्लामी रूयत-ए-हिलाल (नया चांद देखना) के अनुसार अर्धचंद्र को देखना एक धार्मिक प्रकिया है. नया चांद दिखने पर नया महीना शुरू होता है. रमजान के आखिर दिन इसी नए चांद को देखने के बाद शव्वाल महीना शुरू होता है और फिर ईद मनाई जाती है.
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