- अखाड़ा परिषद् अध्यक्ष रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा
- सिंहस्थ क्षेत्र में कोई भी बड़ा कार्य संतों की सहमति से ही होगा
- मेला क्षेत्र से अतिक्रमण हटाए प्रशासन
उज्जैन। आगामी सिंहस्थ को देखते हुए सिंहस्थ मेला क्षेत्र में कोई भी बड़ा प्रोजेक्ट या निर्माण कार्य शुरू करने से पहले शासन प्रशासन को संतों से चर्चा करनी होगी। प्रयागराज का कुंभ निपटते ही सभी अखाड़ों के संत उज्जैन में डेरा डाल देंगे और अपनी निगरानी में आगामी सिंहस्थ की व्यवस्थाएं कराएंगे। यह बात अग्निबाण से चर्चा में अखाड़ा परिषद् अध्यक्ष रविन्द्रपुरी महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ 2028 को देखते हुए जिला प्रशासन को जल्द से जल्द सिंहस्थ क्षेत्र में हो चुके अवैध निर्माण और अतिक्रमणों को हटाना होगा, क्योंकि उज्जैन में आगामी सिंहस्थ से पहले ही सभी अखाड़ों के साधु-संत प्रयागराज का कुंभ निपटने के बाद डेरा डाल देंगे। अखाड़ा परिषद् अध्यक्ष ने कहा कि इसके बाद सभी संत उज्जैन में आगामी सिंहस्थ का आयोजन कैसा हो इस पर विचार करेंगे और सिंहस्थ मेला क्षेत्र में कौन-कौन से निर्माण और सुविधाएं जरूरी है इसकी रूपरेखा भी तैयार करेंगे। संतों की सहमति के बगैर सिंहस्थ मेला क्षेत्र में कोई बड़ा निर्माण या प्रोजेक्ट पर काम नहीं होना चाहिए। मेला क्षेत्र में चिह्नित अतिक्रमणों को जिला प्रशासन को जल्द से जल्द हटाना चाहिए।
महामण्डलेश्वर पट्टाभिषेक कल
मौनतीर्थ पीठ के संत डॉ. सुमनभाई का महामण्डलेश्वर पट्टाभिषेक समारोह कल आयोजित किया जाएगा। वे पंचायती अखाड़ा श्री निरंजन के महामंडलेश्वर बनाए जाएंगे। अखाड़ा परिषद् अध्यक्ष रविन्द्रपुरी महाराह तथा अखाड़े के आचार्य महामण्डलेेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज उन्हें संन्यास की दीक्षा की विधि संपन्न करवाएंगे। सभी अखाड़ों की उपस्थिति में पट्टाभिषेक एवं चादर विधि संपन्न होगी। इससे पहले सुबह शोभायात्रा मौनतीर्थ पीठ से निकाली जाएगी। Share: