नई दिल्ली । दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election) के नतीजों में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की प्रमुख नेता आतिशी (Atishi) ने कालकाजी विधानसभा सीट (Kalkaji Assembly Seat) पर अपनी जीत दर्ज की है. इस जीत से पार्टी को बीजेपी बहुमत वाली विधानसभा में अपनी आवाज को प्रभावी ढंग से उठाने का मौका मिलेगा. आतिशी ने बीजेपी के रमेश बिधूड़ी को 3500 से ज्यादा वोटों से हराया है. जीत के बाद आतिशी ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ हरियाणवी सॉन्ग ‘बाप तो बाप रहेगा’ पर जमकर डांस भी किया.
सोशल मीडिया साइट एक्स पर आतिशी के डांस का वीडियो भी शेयर किया जा रहा है. इस वीडियो में वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ डांस करती नजर आ रही हैं. कई पार्टी के कार्यकर्ता भी उनके साथ डांस करते नजर आ रहे हैं. आतिशी, शुरुआती रुझानों में रमेश बिधूड़ी से पीछे चल रही थीं, लेकिन कई राउंड की गिनती के बाद वह आगे निकलीं और जीत हासिल की.
आतिशी का वीडियो शेयर कर आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने तंज कसा और कहा, “ये कैसा बेशर्मी का प्रदर्शन है ? पार्टी हार गई, सब बड़े नेता हार गये और Atishi Marlena ऐसे जश्न मना रही हैं ??”
ये कैसा बेशर्मी का प्रदर्शन है ? पार्टी हार गई, सब बड़े नेता हार गये और Atishi Marlena ऐसे जश्न मना रही हैं ?? pic.twitter.com/zbRvooE6FY
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) February 8, 2025
रमेश बिधूड़ी ने आतिशी पर साधा था निशाना, हुए विवाद
चुनाव प्रचार के दौरान, दोनों नेताओं के बीच तीव्र बहसें भी देखने को मिली. रमेश बिधूड़ी ने आतिशी पर उनके सरनेम को “मर्लेना” से बदलकर “सिंह” करने को लेकर निशाना साधा था, जिससे विवाद खड़ा हो गया था. इसके जवाब में आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने बुजुर्ग पिता के बारे में बिधूड़ी के दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए रोते हुए संवेदनाएं जाहिर की थीं. यह विवाद आखिरकार उनके पक्ष में काम आया.
आतिशी का परिवार और उनकी पढ़ाई!
आतिशी का जन्म विजय सिंह और त्रिप्ता वाहि के यहां हुआ था, जो दोनों दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे. उन्होंने दिल्ली के स्प्रिंगडेल्स स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इतिहास में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की. बाद में उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से भी पढ़ाई की थी.
2015 में, आतिशी को तब के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था. वह एजुकेशन सिस्टम में सुधार और बुनियादी ढांचे की चुनौतियों का सामना करने में सरकार की कोशिशों में शामिल रहीं. उन्होंने पार्टी की राजनैतिक मामलों की समिति की सदस्यता भी निभाई. 2019 में, उन्होंने भाजपा के गौतम गंभीर के खिलाफ पूर्वी दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार गईं.
सितंबर 2024 में, आतिशी ने दिल्ली की आठवीं और सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जिससे वह इस पद को संभालने वाली तीसरी महिला बनीं. पिछले साल जब पार्टी के अधिकांश शीर्ष नेता भ्रष्टाचार के मामलों में जेल में थे, उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में पार्टी को उसके सबसे बड़े संकट से निकाला और नेतृत्व किया.
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