नई दिल्ली। दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल (Telecom company Bharti Airtel) ने मंगलवार को चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (first quarter of the current financial year) (अप्रैल-जून) के नतीजों का ऐलान किया। इस दौरान कंपनी का समेकित लाभ तिमाही दर तिमाही आधार पर 62.7 फीसदी गिरकर 284 करोड़ रुपये रहा। एयरटेल का मुनाफा विश्लेषकों के अनुमान से कम है।
हालांकि पहली तिमाही में कंपनी के समेकित राजस्व में तिमाही दर तिमाही आधार पर 4.3 फीसदी की वृद्धि हुई। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 26,854 करोड़ रुपये रहा। यह विश्लेषकों के अनुमान से अधिक है। कंपनी के तिमाही दर तिमाही आधार पर मुनाफे में आई गिरावट की वजह जून तिमाही में पिछली तिमाही के मुकाबले ज्यादा टैक्स खर्च है, लेकिन साल दर साल आधार पर पहली तिमाही में कंपनी का समेकित राजस्व 21.2 फीसदी बढ़ा। इसकी वजह एक वर्ष पूर्व की समान अवधि में लो बेस है।
दरअसल लो बेस का मतलब एक साल पहले की जून तिमाही में कम रेवेन्यू से है। हालांकि लगातार तीसरी तिमाही कंपनी के मुनाफे में ग्रोथ रही है, जबकि इससे पहले लगातार 6 तिमाहियों तक कंपनी ने घाटा उठाया था। एयरटेल के एमडी एवं सीईओ (इंडिया एंड साउथ एशिया ऑपरेशंस) गोपाल विट्टल ने कहा कि कोविड-19 महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन का असर हमारे वायरलेस रेवेन्यू पर पड़ा। इसके साथ ही डिवाइस के शिपमेंट पर भी असर देखने को मिला, जबकि कम आय वर्ग पर दबाव का असर भी हमारे वित्तीय प्रदर्शन पर पड़ा है। (एजेंसी, हि.स.)
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