मध्‍यप्रदेश

बड़वाह: एक्वाडक्ट पुल से हल्के वाहन भी प्रतिबंधित हुए

  • पुल की सड़क से निकले सरिया- गड्ढे, अधिकारियों ने निरीक्षण के बाद लिया फैसला

बड़वाह (नितेश अग्रवाल)। नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बहने के बाद मोरटक्का पुल से आवागमन बंद किया गया था। जिसके बाद एक्वाडक्ट पुल से हल्के वाहनों को गुजारा जा रहा था| वर्तमान में अभी भी बसों को एक्वाडक्ट पुल से ही निकाला जा रहा है। लेकिन अब एक्वाडक्ट पुल से भी आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसका कारण है कि लगातार भारी यातायात निकलने पर सड़क की सीमेंट उखड़ने लगी है| सड़क के अंदर से सरिए तक बाहर आने लगे हैं।

एहतियातन स्थानीय प्रशासन ने यह पुल बंद कर दिया है। जबकि मोरटक्का पुल से बाइक और चार पहिया वाहन अभी भी निकल रहे हैं| शुक्रवार दोपहर एनवीडीए के कार्यपालन यंत्री ललित वर्मा एसडीएम बी एस कलेश, थाना प्रभारी प्रकाश वास्कले, और जनपद सीईओ रोहित पचौरी, ने एक्वाडक्ट पुल का निरीक्षण किया उन्होंने देखा कि सड़क के कुछ जॉइंट के आसपास का सीमेंट उखड़ गया है। उसका सरिया दिखने लगा है|इस दौरान आपस में चर्चा के बाद सभी ने यह निर्णय लेकर एक्वाडक्ट पुल से वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी है।


उल्लेखनीय है कि एनवीडीए द्वारा पुल के निर्माण का उद्देश्य ओंकारेश्वर परियोजना की नहर को मोरटक्का से बड़वाह की तरफ लाना था|इसे भारी वाहनों या लगातार गुजरने वाले यातायात के लिए नहीं बनाया गया था|लेकिन मोरटक्का पुल बंद होने की स्थिति में विकल्प के रूप के साथ एक्वाडक्ट पुल से आवागमन शुरू किया गया, अब इसे भी बंद कर दिया गया है| यदि फिर से मोरटक्का पुल बंद करने की नौबत आती है तो इंदौर से खंडवा का सड़क से संपर्क टूट जाएगा| जबकि भारी वाहन तो इस मार्ग पर बीते 10 दिनों से भी अधिक समय से बंद है|बड़े वाहनों को इंदौर के तेजाजी नगर से व खंडवा से आने वाले भारी वाहनों को देशगांव से डायवर्ट किया जा रहा है।

इधर ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों को भी इससे खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। यह सभी लोग जल्द से जल्द मोरटक्का पुल से भारी वाहनों का आवागमन जल्द से जल्द शुरू करने की मांग कर रहे हैं| एनएचएआई के अधिकारियों की मानें तो मोरटक्का पुल से भारी वाहन के प्रतिबंध को हटाने के लिए पहले पुल पर लोड टेस्ट करना होगा| इस लोड टेस्ट में 2 दिन का समय लग सकता है। लोड टेस्ट के द्वारा देखा जाएगा कि यह पुल कितना वजन सहन करने की क्षमता रखता है| उसके बाद ही पुल से आवागमन की अनुमति दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि प्रतिदिन पुल से हजारों की संख्या में कई टन वजन के साथ भारी वाहन गुजरते हैं।

ऐसे में यह आवश्यक भी है कि मोरटक्का पुल का लोड टेस्ट किया जाए, ताकि भविष्य में किसी तरह की अप्रिय घटना ना हो। मोरटक्का पुल बंद होने के कारण ट्रांसपोर्ट व्यवसाईयों को नुकसान उठाना पड़ रहा है| ट्रांसपोर्ट व्यवसाय जो इस रूट से दिल्ली, इंदौर, हैदराबाद को जोड़ता है, 24 घंटे के भीतर करीब 5000 वाहन पुल से गुजरते हैं। पुल बंद होने के कारण वाहन घुमा कर ले जाना पड़ रहा है। जिससे प्रति ट्रिप 6 से 7 हजार का नुकसान ट्रक मालिकों को उठाना पड़ रहा है। लोडिंग वाहन बंद होने के कारण सनावद से बड़वाह एवं बड़वाह से सनावद किराणा सामग्री, तेल डब्बे आदि पहुंचाने में भी दिक्कत हो रही है। लोगों का कहना है कि जल्द से जल्द पुल पर भारी वाहनों व यात्री बसों का आवागमन शुरू किया जाए| फिलहाल तो यात्रियों की भी फजीहत हो रही है बसे बड़वाह से आगे नहीं जा पा रही है, उधर मोरटक्का से आगे नहीं आ पा रही है।

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