मनोरंजन

जन्मदिन पर Bhumi Pednekar बोलीं-पड़ोस वाली लड़की की इमेज ने मुझे फायदा पहुंचाया

मुंबई। यशराज फिल्म्स(Yash Raj Films) में छह साल तक कास्टिंग टीम में काम(work in casting team) करने के बाद एक्टिंग का पहला मौका पाने वाली भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) के लिए इससे बड़ा जन्मदिन (Birthday) का तोहफा दूसरा नहीं हो सकता कि उन्हें अक्षय कुमार (Akshay Kumar) जैसे सुपरस्टार के साथ दोबारा काम करने का मौका मिल रहा है। ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘टॉयलेट:एक प्रेम कथा’ में साथ काम कर चुके अक्षय और भूमि जल्द ही निर्माता निर्देशक आनंद एल राय की फिल्म ‘रक्षाबंधन’ में साथ नजर आने वाले हैं।
32 साल की हो गई भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) इस बारे में कहती हैं, “पहले हम एक ऐसी फिल्म कर चुके हैं जो सफल रही जिसे लोगों ने पसंद किया और जिसमें समाज के लिए एक महत्त्वपूर्ण संदेश भी था। इसलिए सबसे पहले तो मुझे लगता है कि हमारी नई फिल्म से भी लोगों की ऐसी ही अपेक्षा है। मेरे हिसाब से अक्षय सर और मेरे साथ एक फील-गुड वैल्यू है और लोगों को पता है कि यदि हम साथ काम कर रहे हैं तो यह सार्थक होने के साथ मनोरंजक भी होगा।”
भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) ने कहा, “मैं सच्चे दिल से अक्षय सर की प्रशंसक हूं। उन्होंने अपना रास्ता खुद बनाया है और इस ऊचाई पर पहुंचे हैं। उनके इस सफर के कई पहलुओं की मैं वास्तव में प्रशंसा करती हूँ, मसलन उन्होंने बड़ा सपना देखा और उसे पूरा किया। मेरी भी कहानी ऐसी ही रही है। मेरा मानना है कि सफलता की कहानी वही होती है जो लोगों के भी काम आए और उन्हें प्रेरित करे।”



फिल्म ‘रक्षाबंधन’ की शूटिंग मुंबई में लॉकडाउन में रियायतें मिलने के बाद से ही शुरू हो चुकी है। अपना जन्मदिन मनाने के लिए भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) ने ‘रक्षाबंधन’ की शूटिंग से एक दिन के ऑफ का अनुरोध किया था जो अक्षय और आनंद एल राय ने उन्हें दे दिया है। रविवार का दिन वह अपनी मां सुमित्रा और बहन समीक्षा के साथ बिताएंगी और सिर्फ नजदीकी लोगों के साथ जन्मदिन मनाएंगी। सामाजिक कार्यों से जुड़ा प्लेटफॉर्म ‘क्लाइमेट वॉरियर’ चलाने वाली भूमि की इस साल की जन्मदिन इच्छा भी कुछ खास है।
भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) कहती हैं, “निश्चित रूप से मेरी विश होगी कि हमारी पीढ़ी पृथ्वी के प्राकृतिक स्वरूप को पुनर्स्थापित करने वाली पीढ़ी बने क्योंकि यह सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण है। मैं सचमुच चाहती हूं कि हम उन खतरों का समाधान खोजें जो हमारे समक्ष चुनौती पेश कर रहे हैं और इसे ठीक करने की दिशा में कदम उठाएं। यह सिर्फ उसी स्थिति में हो सकता है जब हम अपने ग्रह के बारे में अपनी सोच बदलें। हमें यह समझना होगा कि सब कुछ सीमित है और यदि हम नहीं रुके तो हमारा किस्सा पूरी तरह समाप्त हो जायेगा। करियर के बारे में मेरी विश है कि मैं अच्छा काम करना जारी रखूं।”
भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) के पास इन दिनों अच्छी फिल्मों की लंबी फेहरिस्त है। कुछ नई फिल्मों की घोषणा भी जल्द ही होने वाली है। ‘बधाई दो’ और ‘मिस्टर लेले’ जैसी फिल्मों में काम कर रही भूमि ने ‘सोन चिड़िया’, ‘दम लगा के हईशा’, ‘बाला’, ‘टॉयलेट एक प्रेम कथा’, ‘शुभ मंगल सावधान’ और ‘लस्ट स्टोरीज’ जैसी फिल्मों से हिंदी सिनेमा में अपनी खास पहचान बनाई है और इस पर उन्हें गर्व भी है। वह कहती हैं, “मैं ऐसे समय में एक्टर बनी हूं जब कंटेंट ने सिनेमा के दूसरे सभी पहलुओं को पीछे छोड़ दिया है। सिनेमा की भाषा बदल रही है। उस बदलाव का सक्रिय हिस्सा रहने की वजह से मैं अपने आप को खुशकिस्मत मानती हूं। अपने निभाए किरदारों के जरिये मुझे ऐसा करने का बड़ा अवसर मिला।”
भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) की सिनेमा में अब तक की छवि गर्ल नेक्स्ट डोर की रही है। और, वह मानती हैं कि इसका उन्हें फायदा भी मिला। वह कहती हैं, “हमारे आसपास रहने वाली साधारण सी लड़की जैसी छवि होना मेरे लिए फायदेमंद रहा क्योंकि लोगों को लगता है कि यह उनकी अपनी कहानी है। लोगों ने मुझे ऐसी भूमिकाओं में देखा जिसे वे अपने बीच का समझ सके। जब उन्होंने मुझे स्क्रीन पर देखा तो कहा कि वे तो इस लड़की को जानते हैं, ये उनकी बेटी या भांजी या भतीजी भी हो सकती है।”

Share:

Next Post

अंग्रेजों के जमाने का तो बहुत कुछ है, क्या-क्या बदलें

Sun Jul 18 , 2021
– सियाराम पांडेय ‘शांत’ कोई भी देश संविधान से चलता है। कानून से चलता है। इसलिए कानून को हटाने में नहीं, उसे जनता के हितों के अनुरूप बनाने, उसे संशोधित-परिमार्जित करने के प्रयास होने चाहिए। भारत जैसे विविधतापूर्ण और बड़ी आबादी वाले देश के लिए जितनी जरूरत कड़े कानून निर्माण की है, उतनी ही जरूरत […]