जबलपुर। मिल्ट्री इंजीनियरिंग सर्विस (एमईएस) जबलपुर द्वारा गत तीन सालों में निर्माण कार्य के लिए जारी टेंडर में लगभग चार करोड़ का घोटाला (four crore scam) सामने आया है। सीबीआई (CBI) ने आठ एमईएस के कर्मचारियों से 9 ठेका कंपनियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। सीबीआई ने एमईएस कार्यालय जबलपुर (MES Office Jabalpur) सहित देश भर में 12 ठिकानों पर दबिश देकर घोटाले संबंधित दस्तावेज एकत्र किए हैं।
सीबीआई सूत्रों के अनुसार मिल्ट्री इंजीनियरिंग सर्विस जबलपुर द्वारा गत तीनों साल में निर्माण कार्य संबंधित जारी किए गए 14 टेंडरों में गड़बड़ी पाई गई है। बुक में फर्जी एंट्री की गई और सुपरवाइजर ने उसे पास कर दिया। इस तरह 14 टेंडरों में लगभग 4 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है।
सीबीआई ने एमईएस के जीई धीरज कुमार तथा बीएन वर्मा, एजीई राजीव भारती तथा केएम विश्वकर्मा, जेई राजेश कुमार त्रिपाठी, मुकेश तिवारी, मिन्टू, मुकेश कुमार सहित 9 ठेका कंपनियों के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। सीबीआई की टीम ने शुक्रवार को एमईएस स्थित जबलपुर कार्यालय सहित अन्य प्रदेशों की ठेकेदार कंपनियों के ठिकानों पर दबिश दी। सीबीआई की टीम ने एक दर्जन से अधिक ठिकानों में दबिश देकर घोटाले संबंधित दस्तावेज बरामद किए हैं। सीबीआई की इस कार्रवाई से एमईएस में हड़कंप का माहौल बना रहा।
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