ताइपे। चीन (China) के साथ ताइवान (Taiwan) के मुद्दे पर बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी सीनेटर मार्शा ब्लैकबर्न (US Senator Marsha Blackburn) गुरुवार को देर रात ताइपे पहुंची. इस महीने किसी अमेरिकी राजनेता (American politician) की यह चौथी यात्रा है. इस मुद्दे पर यूएस के बढ़ते दखल से बीजिंग बुरी तरह बौखलाया हुआ है. इससे पहले अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन ने कड़े तेवर दिखाते हुए ताइवान को सैन्य अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी और मिलिट्री ड्रील शुरू कर दी थी.
अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की यात्रा के बाद से चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच तनाव दशकों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. ताइवान के विदेश मंत्रालय (foreign Ministry) के अनुसार, रिपब्लिकन सांसद ब्लैकबर्न देर रात अमेरिकी सरकार के विमान से ताइपे के सोंगशान एयरपोर्ट पर उतरीं. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘मैं बीजिंग को संदेश भेजने देने के लिए ताइवान पहुंची हूं, हमें तंग नहीं किया जा सकता है. संयुक्त राज्य अमेरिका दुनिया भर में स्वतंत्रता के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है और हमारे राष्ट्र व सहयोगियों को कमजोर करने के प्रयासों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.’
वहीं एक अन्य बयान में ब्लैकबर्न ने कहा कि ‘हमारी साझेदारी को आगे बढ़ाने और मजबूत करने के लिए ताइपे में नेताओं के साथ बैठक की इच्छुक हैं. ताइवान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि, ‘हम आभारी हैं कि अमेरिकी कांग्रेस के लोगों ने एक बार फिर से ताइवान के लिए अपने दृढ़ समर्थन और प्रतिबद्धता को जाहिर किया. वह भी ऐसे समय में जब चीन के साथ तनाव बढ़ रहा है.’
दरअसल बीजिंग (Beijing) स्व-शासित लोकतांत्रिक द्वीप ताइवान को अपने क्षेत्र के हिस्सा बताने का दावा करता आया है और जरूरत पड़ने पर एक दिन इसे बलपूर्वक हथियाने की बात कही है. चीन ने कहा कि, वह ताइवान को वैधता प्रदान करने वाली किसी भी कूटनीतिक कार्रवाई की निंदा करता है और पश्चिमी अधिकारियों और राजनेताओं के दौरे पर कड़ी प्रतिक्रिया देगा. अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी दशकों बाद ताइवान का दौरा करने वाली अहम अमेरिकी अधिकारी थीं.
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