बालासोर (Balasore) । भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडु (Union Minister Bishweshwar Tudu) ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के जरिए नियुक्त कई अधिकारी ‘‘डकैत’’ हैं। केंद्रीय जलशक्ति और आदिवासी मामलों के राज्यमंत्री टुडु ने शनिवार को यहां जिले के बलियापाल में एक सरकारी स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एक सभा को संबोधित करते हुए यह विवादित टिप्पणी की।
उन्होंने आरोप लगाया कि एक “चिकन चोर” को दंडित किया जा सकता है, लेकिन एक अधिकारी जो खनिज माफिया को चलाता है। उसे छुआ नहीं जा सकता क्योंकि सिस्टम उसकी रक्षा करता है। उन्हें विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट पर साझा किए गए एक वीडियो में विवादित बयान देते हुए सुना जा सकता है। हालांकि इस वीडियो की प्रामाणिकता की जांच नहीं की जा सकी है।
टुडु ने कहा, ‘‘मुझे लगता था कि जिन्हें यूपीएससी के माध्यम से नियुक्त किया जाता है … वे सबसे अधिक जानकार व्यक्ति होते हैं और हमेशा उच्च पदों पर आसीन होते हैं, लेकिन अब मुझे लगता है कि जो लोग वहां से उत्तीर्ण हुए हैं उनमें से ज्यादातर “डकैत” हैं। मैं 100 फीसदी अधिकारियों के बारे में ऐसा नहीं कहता, लेकिन उनमें से कई डकैत हैं।”
गौरतलब है कि यूपीएससी देश का प्रमुख केंद्रीय भर्ती आयोग है जो एक स्वतंत्र निकाय के रूप में कार्य करता है और शीर्ष सरकारी अधिकारियों की नियुक्ति करता है। मंत्री ओडिशा के एक सांसद हैं। उन्होंने कहा कि यूपीएससी कार्यालय दिल्ली में उनके आवास के ठीक पीछे है और शुरू में वह इसे लेकर बहुत सम्मान करते थे लेकिन अब यह बदल गया है। अपने भाषण के दौरान केंद्रीय मंत्री ने यह भी पूछा कि अगर ऐसे पढ़े-लिखे लोग हमारे समाज में हैं तो हमारा समाज भ्रष्टाचार और अन्याय में क्यों डूबा हुआ है?अपने अलंकारिक प्रश्न का उत्तर देते हुए टुडु ने कहा, यह हमारी शिक्षा प्रणाली में नैतिकता की कमी के कारण है। हमारे बीच आध्यात्मिक शिक्षा और विचारों की कमी है।
यह पहली बार नहीं है जब टुडु ने अधिकारियों के लेकर इस तरह का बयान दिया है। इससे पहले भी उन्होंने 2021 में अपने निर्वाचन क्षेत्र मयूरभंज में राज्य सरकार के अधिकारियों पर अपने साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया था।
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