टेक्‍नोलॉजी बड़ी खबर

आधी कीमत पर मिल रहे हैं धांसू स्मार्टफोन, 60% की छूट पर खरीदें Smart TV


डेस्क: Samsung के Fab Grab Fest की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है. यानी कि अगर आपने अभी तक इस सेल का फायदा नहीं उठाया है तो आप अब इस सेल का फायदा 23 मई 2022 तक उठा सकते हैं. ग्राहक इस सेल में ऑफर्स और कैशबैक का फायदा Samsung Digital Appliances के साथ-साथ गैलेक्सी फोन (Galaxy smartphones), टैबलेट्स (tablets), लैपटॉप (laptops), एसेसरीजड (accessories) पर पा सकते हैं. इन प्रोडक्ट का फायदा ग्राहक सैमसंग के एक्सक्लूसिव स्टोर से प्राप्त कर सकेंगे.

सैमसंग फैब ग्रैब फेस्ट के दौरान, यूज़र्स सैमसंग टीवी जैसे फ्लैगशिप नियो QLED टीवी और क्रिस्टल 4K UHD टीवी पर 60% तक की छूट प्राप्त कर सकते हैं, और प्रीमियम सैमसंग विंडफ्री AC जैसे सैमसंग डिजिटल डिवाइस की एक सीरीज़ पर 57% तक की छूट प्राप्त कर सकते हैं.

इतना ही नहीं ग्राहक सैमसंग की इस सेल में ट्विन कूलिंग प्लस डबल डोर रेफ्रिजरेटर, कर्ड मेस्ट्रो डबल डोर रेफ्रिजरेटर और एआई इकोबबल वाशिंग मशीन को भी सस्ते में खरीद सकते हैं. इसके अलावा ग्राहक सैमसंग शॉप ऐप पर इन प्रोडक्ट को पहली बार खरीदने पर 4,500 रुपये तक की छूट प्राप्त कर सकते हैं.


स्मार्टफोन पर मिल रही है भारी छूट
Samsung Fab Grab Fest के तहत कंपनी Galaxy S22, Galaxy S20 FE 5G, Galaxy M32, Galaxy F22, Galaxy M53 5G और Galaxy M33 5G जैसे स्मार्टफोन्स पर बड़ा डिस्काउंट दे रही है. सेल के दौरान ग्राहक स्मार्टफोन की खरीदारी पर 50% तक का डिस्काउंट पाया जा सकता है. इसके अलावा सैमसंग गैलेक्सी बुक2 लैपटॉप पर 16% तक का डिस्काउंट पाया जा सकता है.

सैमसंग ने सेल के लिए दो पॉपुलर बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC), आईसीआईसीआई बैंक (ICICI) और एसबीआई (SBI) के साथ भी करार किया है ताकि सैमसंग.कॉम और सैमसंग एक्सक्लूसिव स्टोर से खरीदारी करने वाले यूज़र्स इस गर्मी में अपनी खरीदारी पर 20% तक कैशबैक का फायदा ले सकें. बता दें कि ये कैशबैक डेबिट और क्रेडिट कार्ड दोनों पर उपलब्ध हैं.

Share:

Next Post

विलुप्त होने के कगार पर है ये जनजाति, बचे हैं सिर्फ 80 सदस्य

Mon May 23 , 2022
डेस्क: दुनिया में जितने देश हैं, उतनी ही जनजातियां हैं. बड़ी बात ये है कि सैंकड़ों सालों से इन जनजातियों का अस्तित्व है और इन्होंने अपनी अलग परंपराओं और मान्यताओं का पालन किया है. मगर जैसे-जैसे विकास बढ़ रहा है, इन जनजातियों के अस्तित्व पर भी खतरा आ रहा है. भारत में भी कई ऐसी […]