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जीभ पर बनने वाले व्हाइट स्पॉट्स को ना करें इग्नोर, हो सकते हैं ये कारण


नई दिल्ली: जब भी आप बीमार पड़ते हैं तो डॉक्टर सबसे पहले आपकी जीभ देखते हैं क्योंकि जीभ के रंग से बहुत सी बीमारियों के बारे में पता लगाया जा सकता है. जीभ का काम सिर्फ खाने के स्वाद का एहसास कराना ही नहीं होता बल्कि इससे हमारे स्वास्थ के बारे में भी कई बातें पता चल जाती हैं. वैसे तो जीभ का कलर हल्का गुलाबी होता है लेकिन कई बार जीभ पर व्हाइट स्पॉट्स भी नजर आते हैं.

जीभ पर व्हाइट स्पॉट्स दिखना काफी आम होता है लेकिन कभी-कभी यह किसी गंभीर बीमारी का लक्षण भी हो सकता है. जिन लोगों की इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है, उनकी जीभ पर भी कई बार सफेद धब्बे देखने को मिलते हैं. आइए जानते हैं जीभ में व्हाइट स्पॉट्स के क्या कारण होते हैं?

डेंटल ट्रॉमा- अगर आपके दांत नुकीले हैं और आप बार-बार दांतों से अपनी जीभ काट लेते हैं तो इससे टिशू एक मोटी प्रोटेक्टिव लेयर ग्रो कर सकते हैं. आमतौर पर इन स्पॉट्स में कोई दर्द नहीं होता लेकिन अगर डेंटल ट्रॉमा काफी ज्यादा इंटेंस है तो इससे आपके मुंह में अल्सर की समस्या भी हो सकती है.

ट्रीटमेंट- अगर आपको ट्रॉमा के चलते जीभ में व्हाइट स्पॉट्स नजर आ रहे हैं तो इसके लिए सबसे पहले जीभ की चोट को ठीक करना जरूरी है.

  • सबसे पहले डॉक्टर के पास जाएं और अपने नुकीले दांतों को सही करवाएं.
  • जीभ चबाने की अपनी आदत को छोड़ें.

कैंडीडायसिस या थ्रस- इसे ओरल कैंडिडायसिस भी कहा जाता है. यह एक इंफेक्शन है जो कैंडिडा फंगस के कारण होता है. यह इंफेक्शन आपके मुंह के अलावा शरीर के बाकी हिस्सों में भी हो सकता है. स्मोक करने वाले, ड्राई माउथ से परेशान और व्हाइट स्पॉट के कारण भी यह इंफेक्शन हो सकता है. साथ ही जिन लोगों की इम्यूनिटी काफी कमजोर होती है, उन लोगों में यह इंफेक्शन होने का खतरा काफी ज्यादा होता है. इस इंफेक्शन के कारण आपकी पूरी जीभ में कहीं भी व्हाइट स्पॉट हो सकते हैं. खासकर, अगर आपको HIV/AIDS या कैंसर है तो यह इंफेक्शन होने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ सकता है.


जीभ में व्हाइट स्पॉट्स के अलावा ये भी हैं ओरल थ्रश के कुछ लक्षण-

  • गले में खराश
  • रेडनेस
  • स्वाद में कमी
  • बार-बार मुंह का सूखना

जियोग्राफिक टंग- जियोग्राफिक टंग एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपकी जीभ के किनारों पर बहुत छोटे-छोटे दाने निकलने आते हैं. इन दानों में काफी दर्द और जलन का एहसास होता है. साथ ही जीभ पर रेड पैच पड़ते हैं जो नक्शे की शेप में नजर आते हैं. इस स्थिति में व्यक्ति को खाना निगलने में काफी ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है. इस समस्या के पीछे का एक कारण फैमिली हिस्ट्री हो सकती है. यह समस्या खतरनाक नहीं होती है. कई लोगों में जियोग्राफिक टंग के कोई लक्षण नहीं दिखते. यह समस्या होने पर कुछ तीखा खाने पर जलन का एहसास होता है.

लाइकेन प्लानस- यह बेहद ही आम समस्या है, जिसके कारण मुंह में सूजन और जलन का एहसास होता है. स्किन पर लाइकेन प्लानस के कारण रैशेज की समस्या का सामना करना पड़ सकता है. वहीं मुंह में इसकी वजह से जलन और दर्द होता है. लाइकेन प्लानस की समस्या होने पर जीभ और गालों पर आपको रेशे जैसे व्हाइट पैच देखने को मिल सकते हैं. यह समस्या उन मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं में देखने को मिलती है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है.

इनसे भी बढ़ सकती है लाइकेन प्लानस की समस्या:

  • मेडिकेशन
  • इंफेक्शन
  • एलर्जी
  • मुंह में घाव बनना
  • स्ट्रेस

मुंह के अंदर कहीं भी हो सकती है लाइकेन प्लानस की समस्या जैसे-

  • जीभ
  • गालों के अंदर
  • मसूड़ो में
  • मुंह के ऊपरी हिस्से में

प्री कैंसर और कैंसर- जीभ में होने वाले व्हाइट स्पॉट्स का एक बड़ा कारण प्री-कैंसर या कैंसर की समस्या हो सकती है. स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा जीभ पर पाया जाने वाला सबसे आम प्रकार का कैंसर है, जिसके कारण जीभ में सफेद धब्बे हो सकते हैं.

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