बीजिंग: चीन (China) में अल्पसंख्यक मुस्लिमों (minority muslims) के धार्मिक स्थलों (religious places) पर कई तरह के प्रतिबंध (restrictions) लागू किए जाने का सिलसिला जारी है। चीनी सरकार ने मस्जिदों (mosques) का चीनीकरण करने की बात कहते हुए उनसे अरबी शैली (Arabic-style) में बनी मीनारे (minarets) हटवा दी हैं। द गार्जियन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों के चीनीकरण अभियान के तहत सभी मस्जिदों को बदल दिया गया है। इसके तहत चीन की आखिरी प्रमुख मस्जिद से भी अरबी शैली की वास्तुकला खत्म कर दी गई है। मस्जिद के गुंबद और मीनारें अब उसमें नहीं हैं। मस्जिद के ऊपर लगे अर्धचंद्र और हरी टाइलों को भी कम कर दिया गया है।
चीन की सबसे भव्य मस्जिद, शादियान की ग्रैंड मस्जिद, दक्षिण-पश्चिमी युन्नान प्रांत के एक छोटे से शहर में स्थित है। पिछले साल तक मस्जिद 21,000 वर्ग मीटर में फैली एक बड़ी इमारत थी, जिसके शीर्ष पर एक टाइल वाला हरा गुंबद था जो अर्धचंद्र से सुशोभित था। बड़े गुंबद के दोनों ओर चार लंबी मीनारें और दो छोटे गुंबद थे। मस्जिद की नई तस्वीरों में गुंबद को हान चीनी शैली के पैगोडा छत से बदला दिखाया गया है। इसके अलावा मीनारों की ऊंचाई कम कर दी गई है और उन्हें पगोडा टावरों में बदल दिया गया है।
बीजिंग का ‘इस्लाम के चीनीकरण का अभियान’
शादियान से करीब 100 मील दूर युन्नान की एक और ऐतिहासिक मस्जिद का भी हाल ही में नवीनीकरण किया गया था और इसकी अरबी स्टाइल की विशेषताएं हटा दी गई थीं। इनको चीनी शैली में बदल दिया गया था। चीनी सरकार ने 2018 में ‘इस्लाम के चीनीकरण’ पर एक पंचवर्षीय योजना प्रकाशित की। इसका उद्देश्य विदेशी वास्तुकला शैली का विरोध करना और चीनी विशेषता वाली इस्लामिक वास्तुकला को बढ़ावा देना है।
रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के एक मेमो में स्थानीय अधिकारियों से धार्मिक स्थलों के लिए ‘अधिक गिराने और कम निर्माण करने के सिद्धांत का पालन करने’ के लिए कहा गया था। द गार्जियन से बात करते हुए कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के मानवविज्ञानी रुस्लान युसुपोव ने कहा, ‘इन दो ऐतिहासिक मस्जिदों में हुए बदलाव अभियान की सफलता का प्रतीक है। अगर गांवों में अरब शैली की छोटी मस्जिदें बची भी हैं तो स्थानीय समुदायों के लिए उनके चीनीकरण का विरोध करना मुश्किल होगा।’ प्लायमाउथ विश्वविद्यालय में चीन में इस्लाम के एक इतिहासकार हन्ना थेकर ने कहा कि मस्जिद के चीनीकरण अभियान को प्रांत दर प्रांत” आगे बढ़ाया गया। इसमें युन्नान राजधानी से सबसे दूर का प्रांत था।
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