इंदौर न्यूज़ (Indore News)

सरकार की नीति से पढ़ाकू बच्चों को हुई परेशानी, नंबर गलत चढ़ाने की लापरवाही से कई बच्चों का रिजल्ट बिगड़ा

जो छात्र हर बार 90 प्रतिशत से ज्यादा ला रहा था उसके आए 40-50 प्रतिशत
इन्दौर।  इस बार माशिमं की 10वीं कक्षा की परीक्षा नहीं हुई। स्कूल संचालकों (School Operators) से ही छात्रों के अद्र्धवार्षिक, त्रिमासिक व प्री-बोर्ड की परीक्षा के परिणामों के आधार पर ओएमआर शीट (OMR Sheet) भरवाई गई थी। उसके आधार पर ही बोर्ड ने परीक्षा परिणाम (Exam Results)  घोषित किया है, लेकिन कई स्कूल संचालकों ने बच्चों के नंबर गलत चढ़ा दिए हैं, जिसके कारण जो छात्र हमेशा 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक ला रहा था उसके 40-50 प्रतिशत अंक ही वार्षिक परीक्षा परिणाम में बने। ऐसी शिकायतें (Complaints) कई पालकों द्वारा की जा रही हैं। माशिमं तक भी ऐसी शिकायतें मिल रही हैं।


मिली जानकारी के अनुसार कल जारी माध्यमिक शिक्षा मंडल ( Board of Secondary Education) की कक्षा 10वीं की परीक्षा परिणाम में वैसे तो सभी छात्र पास हो गए हैं, लेकिन जो छात्र काफी अच्छा कर रहे थे, उन्हें 90 प्रतिशत से ज्यादा की उम्मीद थी, मगर परीक्षा परिणाम देखते ही उनके होश उड़ गए। कई छात्रों के 40 तो किसी के 50 प्रतिशत ही बने। ऐसे में पालकों ने स्कूल संचालकों से संपर्क किया। एक अधिकारी ने बताया कि कई स्कूल (School) वाले इस तरह की शिकायतें लेकर आ रहे हैं। नंबर चढ़ाते वक्त हुई गलती से इन छात्रों का परीक्षा परिणाम बिगड़ गया है। ऐसे में अब इन्हें माध्यमिक शिक्षा मंडल में ही अपनी आपत्ति दर्ज कराना होगी। ऐसे परीक्षार्थी, जो अपने परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट हैं वे 1 से 10 अगस्त के बीच परीक्षा में सम्मिलित होने हेतु एमपी ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीयन करा सकेंगे। ऐसे परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम आगामी परीक्षा के आधार पर तैयार कर अंतिम रूप से मान्य किया जाएगा।
शिकायतों के निवारण की व्यवस्था
परीक्षा परिणाम के संबंध में छात्रों की शिकायतों के निवारण के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। यदि किसी छात्र को अंकों के संबंध में कोई शिकायत है तो वह एमपी ऑनलाइन पोर्टल (Online Portal) पर बनाए गए विशेष साफ्टवेयर के माध्यम से अपना अनुक्रमांक एवं आवेदन क्रमांक अंकित कर मूल अंक, कटौती उपरांत प्रदत्त अंक तथा शाला के औसत अंकों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है। परीक्षार्थियों को दी जा रही अंकसूची में किसी प्रकार की लिपिकीय त्रुटि है तो परीक्षा परिणाम घोषित होने की तिथि से तीन माह की अवधि तक उसे ठीक कराने के लिए नि:शुल्क आवेदन कर सकते हैं। तीन माह बाद सुधार कराने वाले छात्र-छात्राओं को सशुल्क आवेदन करना होगा।


असंतुष्ट छात्र परीक्षा देने के लिए कर सकते हैं आवेदन
माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा कक्षा 10वीं का रिजल्ट बुधवार को घोषित किया गया। जो छात्र अपने रिजल्ट से असंतुष्ट नजर आ रहे हैं, उनके लिए माशिमं परीक्षा (Exam) आयोजित कराएगा। इसके लिए 1 से 10 अगस्त के मध्य ऑनलाइन पंजीयन (online registration) कराना अनिवार्य होगा। बिना पंजीयन के परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। यह परीक्षा 1 से 25 सितंबर के मध्य आयोजित की जाएगी। परीक्षा का आयोजन निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर किया जाएगा। इसका विस्तृत कार्यक्रम कक्षा 12वीं के परीक्षा परिणाम के बाद घोषित होगा।

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