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पाकिस्तान में अब बिजली भी महंगी, सरकारी कंपनियों को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी


इस्लामाबाद। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की 1992 करोड़ पाकिस्तानी रुपये कर्ज रिलीज करने के लिए रखी गई शर्त के बाद शहबाज शरीफ की सरकार ने बिजली की कीमतों में 7 रुपये प्रति यूनिट का इजाफा कर दिया है। इससे पहले उसने करीब 30 रुपये प्रति लीटर ईंधन के दाम भी बढ़ा दिए। इस पर पूर्व पीएम इमरान खान ने एक बार फिर भारत की तारीफ कर कहा, पड़ोसी ने रूस से सस्ता तेल खरीदकर ईंधन के दाम काबू रखने में सफलता पाई है।

पाकिस्तान में लाभ में चल रही सरकारी बिजली कंपनियों को निजी हाथों में सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कंपनियां 2600 करोड़ रुपये घाटे में हैं। आईएमएफ ने बिजली कंपनियां प्रांतों को सौंपने का भी सुझाव दिया है। ऐसे में बढ़ी हुई बिजली दरें एक जुलाई से प्रभावी हो जाएंगी। ईंधन और बिजली दरों में वृद्धि से देश में महंगाई बढ़ने की आशंका है।

इस पर इमरान खान ने भारत ने अमेरिका से मित्रता निभाते हुए रूस के साथ सस्ते दाम पर तेल खरीदकर ईंधन के दाम 25 पाकिस्तानी रुपये प्रति लीटर तक कम रखने में कामयाबी पाई है। जबकि शहबाज शरीफ सरकार ने पीटीआई द्वारा रूस के साथ 30 फीसदी सस्ता तेल खरीदने के लिए किए गए सौदे को आगे नहीं बढ़ाया।

शरीफ सरकार ‘ठगों के गुट’
इमरान खान ने ट्वीट कर शहबाज सरकार को आयातित बताते हुए कहा, यह देश के इतिहास में एक बार में की गई सबसे तेज वृद्धि है। अब आम जनता ‘ठगों के गुट’ के कारण भीषण महंगाई से जूझेगी। कर्ज के लिए सरकार ने लोगों की परवाह किए बिना आईएमएफ के सामने घुटने टेक दिए हैं। इमरान ने कहा, हमारा देश विदेशी आकाओं के सामने सरकार की अधीनता की कीमत चुकाने लगा है।


आजादी मार्च : इमरान व समर्थकों के खिलाफ आगजनी के केस दर्ज
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ पुलिस ने आगजनी और तोड़फोड़ के दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। इस्लामाबाद में ‘आजादी’ रैली के दौरान पीटीआई समर्थकों के कई जगह आग लगाने पर ये केस दर्ज किए गए हैं। इमरान ने घोषणा के अनुसार छह दिन बाद दूसरा विरोध प्रदर्शन शुरू किया तो नेताओं को पकड़ने के लिए इन मामलों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

पाक सेना प्रमुख के खिलाफ अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी करने वाले वकील के खिलाफ केस दर्ज
पाकिस्तान पुलिस ने थल सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के खिलाफ अपमानजनक और अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में वकील इमान हाजीर मजारी और पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी की बेटी के खिलाफ शुक्रवार को मामला दर्ज किया।

जज एडवोकेट जनरल, जीएचक्यू के लेफ्टिनेंट कर्नल सैयद हुमायूं इफ्तिखार के आवेदन पर इस्लामाबाद के रमना पुलिस स्टेशन में धारा 505 (अभद्र भाषा) और पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 138 के तहत उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

प्राथमिकी दर्ज करने की मांग वाली अर्जी के मुताबिक मजारी ने 21 मई को पाकिस्तानी सेना और उसके प्रमुख जनरल बाजवा के खिलाफ अपमानजनक और नफरत भरा बयान दिया था।

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