- आज सुबह मंदिर समिति ने बुकिंग निरस्त कर श्रद्धालुओं की राशि लौटाई-दर्शनार्थियों पर और भी प्रतिबंध लग सकते हैं
उज्जैन। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य शासन ने पूरे मध्यप्रदेश में कल रात से नाईट कफ्र्यू जारी कर दिया है। इस आदेश के आते ही आज के लिए की गई भगवान महाकाल की भस्मारती की सभी बुकिंग निरस्त करने के साथ ही श्रद्धालुओं का प्रवेश भी रोक दिया गया। जिन लोगों ने बुकिंग कराई थी मंदिर समिति उनकी राशि भी लौटा रही है। उल्लेखनीय है कि 19 अक्टूबर से महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिबंधित तड़के होने वाली भगवान महाकाल की भस्मारती में श्रद्धालुओं के प्रवेश को फिर से शुरु किया था। तब कोरोना के मामले तब कोरोना के मामले आना बंद हो गए थे परंतु देश में बढ़ते नए वेरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए कल रात मुख्यमंत्री ने पूरे प्रदेश में नाईट कफ्र्यू की घोषणा कर दी। महाकाल भस्मारती तड़के 4 बजे होती है और श्रद्धालु इसके लिए रात 1 बजे से ही कतार में लग जाते हैं। यह आदेश आने के बाद मंदिर समिति ने भस्मारती की बुकिंग और श्रद्धालुओं का इसमें प्रवेश अगले आदेश तक रोक दिया है।
मंदिर प्रशासन गणेश धाकड़ ने बताया कि जिन लोगों ने आज के लिए भस्मारती दर्शन की ऑनलाईन और ऑफलाईन बुकिंग कराई थी तथा निर्धारित शुल्क जमा कराया था उन सभी श्रद्धालुओं को मंदिर समिति के काउंटर से फोन लगाए जा रहे हैं तथा उन्हें प्रवेश तथा अनुमति निरस्त होने की जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही परमिशन काउंटर से श्रद्धालुओं द्वारा जमा की गई निर्धारित राशि भी वापस उन्हें लौटाई जा रही है। अगले आदेश तक किसी भी श्रद्धालु की भस्मारती दर्शन बुकिंग नहीं की जाएगी और न ही उन्हें महाकाल में भस्मारती के दौरान प्रवेश दिया जाएगा। इधर भस्मारती में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगते ही होटल तथा पर्यटन क्षेत्र से जुड़े व्यवसायियों में एक बार फिर निराशा बढऩे लगी है। उल्लेखनीय है कि महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए ज्यादातर महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान , दिल्ली सहित दक्षिण राज्यों से रोजाना 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु आते हैं जो स्थानीय होटलों के साथ साथ पर्यटन विभाग की होटलों में ठहरते हैं। ऐसे में अब महाकाल में भस्मारती पर श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगने के कारण फिर से श्रद्धालुओं की संख्या उज्जैन में घट जाएगी और व्यवसाय पर असर पड़ेगा।
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