आचंलिक

रीवा जिले के गुढ़ थाना पुलिस पर दबाव बनाने के लिए झूठी शिकायत कर रहा है फैजर हुसैन

  • खुराफाती माइंड का ब्यक्ति पुलिस पर बना रहा था दबाव,जब बात नही बनी तो पुलिसकर्मी की ही कर डाली शिकायत
  • इंश्योरेंस क्लेम के लालच में निर्दोष गुप्ता परिवार को बनाना चाहता था बलि का बकरा,ईमानदार पुलिस कर्मी के पास नही गली दाल
  • अंतत: खियसियानी बिल्ली खंभा नोंचे वाली हरकत कर बैठा शातिर माइंड का फैजर हुसैन

रीवा जिला संवाददाता शिवम् पाठक। अजीबो-गरीब कारनामों के लिए रीवा हमेंशा से ही सुर्खियों में रहा है ऐसा आमतौर पर देखा व सुना जाता है किंतु हाल ही में एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जहां देश भक्ति जनसेवा की सौगंध खाकर ईमानदारी से अपना कर्तव्य निर्वहन कर रहे पुलिसकर्मी पर नाजायज दबाव बनाने की कोशिश की गई लेकिन जब बात नहीं बनी तो पुलिसकर्मी को ही बलि का बकरा बनाकर वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत करने लगा शातिर माइंड का फैजर हुसैन नामक ब्यक्ति।
उपरोक्त पूरे मामले को जानने के लिए हम आपको लेकर चलते हैं एक वर्ष पहले,,,,आपको बता दें कि मामला रीवा जिले के गुढ़ थाना अंतर्गत खजुहा नैकिन की है जहां आज से लगभग एक साल पहले यानि 24/05/2022 की घटना है। खजुहा नैकीन के पास तेज रफ्तार से पल्सर बाइक सवार अश्ताफ हुसैन नामक युवक स्पीड ब्रेकर पर अनियंत्रित होकर दुर्घटना का शिकार हो गया जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई । घटनास्थल पर मौजूद कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि युवक काफी तेज गति मे था जिसके कारण स्पीड ब्रेकर में अनियंत्रित होकर दुर्घटना का शिकार हो गया जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।



मृतक अश्ताफ हुसैन के परिजनों का कहना है कि पिकअप की भिड़ंत के कारण ये हादसा हुआ जबकि घटना दिनांक के दिन मृतक के पिता फैजर हुसैन ने पल्सर मोटरसाइकिल से घटना घटित होना इत्यादि अपने बयान में दर्ज करवाया था जो पुलिस की डायरी में दर्ज है किंतु घटना दिनांक के कुछ दिनों बाद मृतक अश्ताफ हुसैन के पिता फैजर हुसैन व परिजनों ने साजिश के तहत पुलिस थाने को ही दोषी ठहराना शुरू कर दिया वो इसलिए कि परिवार वालों की मंशा थी की पुलिस वहीं नैकिन गांव के रहने वाले गुप्ता परिवार को आरोपी बना दे ताकि इंश्योरेंस की रकम हासिल किया जा सके क्योंकि इंश्योरेंस क्लेम पाने के लिए घटनाकारित वाहन का उल्लेख होना अनिवार्य है। मृतक के परिजनों ने गुप्ता परिवार को आरोपी बनाने के लिए अनेक तरह के हथकंडे अपनाए यहां तक की पुलिसकर्मियों को रूपयों का लालच तक दिया किंतु देश भक्ति जन सेवा की कसम खाकर कार्यरत ईमानदार पुलिसकर्मियों ने बिना लालच व भय के मामले की विवेचना सत्यता के साथ किया व घटना की वास्तविकता दर्ज किया।
धन के लालची फैजर हुसैन की बात जब किसी भी तरह नहीं बनी तो खुराफाती क्रिमिनल माइंड फैजर हुसैन ने पुलिस को ही निशाने पर ले लिया और योजनाबद्ध तरीके से खाकी को बदनाम करने व फंसाने की नियत से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पास पुलिस कर्मियों की शिकायत करना शुरू कर दिया जोकि देश व समाज के लिए चिंता का विषय है।उक्त मामले में खिसियानी बिल्ली खंभा नोंचे वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।
उपरोक्त मामले को देखते हुए एक बहुत बड़ा सबाल खड़ा हो रहा है कि यदि इसी तरह ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ पुलिस कर्मियों की झूठी शिकायत होगी तो क्या आम आदमी को न्याय मिल पाएगा ?? कुल मिलाकर ईमानदार पुलिसकर्मियों को झूठी शिकायत करके गलत करने के लिए मजबूर किया जाता जो देश समाज व पुलिस विभाग के लिए चिंता का विषय है । यदि इसी तरह चलता रहेगा तो ईमानदार पुलिस कर्मी सच्चाई व पारदर्शी विवेचना करने से कतराने लगेगें।

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