आचंलिक

फर्जी डॉक्टर मरीजों की ले रहे हैं जान

  • केवल चार अस्पतालों की अनुमति बाकी कैसे हो रहे हैं संचालित
  • कब होगी ठोस कार्रवाई जनता कर रही है इंतजार

सिरोंज। नगर में बड़ी संख्या में अवैध रूप से नर्सिंग होम एवं क्लीनिक ओं का संचालन लंबे समय से हो रहा है। जहां पर बेरोक-टोक तरीके से छोटी से लेकर बड़ी बड़ी बीमारियों का इलाज तथा ऑपरेशन भी किया जा रहा है यह सब किस की मिलीभगत से हो रहा है। यह सब स्वास्थ विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से ही हो रहा है तभी तो शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है आए दिन मरीजों की जान लेने का काम इन फर्जी डॉक्टरों के द्वारा किया जा रहा है, कार्रवाई नहीं होने के कारण फर्जी डॉक्टरों की संख्या प्रतिदिन संख्या में वृद्धि हो रही है । स्वास्थ्य रिकॉर्ड में संजीवनी अस्पताल ,सिटी अस्पताल सहित 4 की अनुमति है कुछ को डे केयर अस्पताल की अनुमति दी गई है । बाकी अस्पताल क्लीनिक बगैर अनुमति के लंबे समय से संचालित हो रहे हैं जहां पर आए दिन मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है 2 दिन पहले ही मंजू राजपूत भी इसी तरह झोलाछाप डॉक्टर के इलाज की शिकार हो गई और उसकी मृत्यु होने के बाद झोलाछाप डॉक्टर का स्टाफ उसको दूसरे अस्पताल ले गए जहां से परिजनों को महिला की लाश ही मिली ऐसे कई अस्पताल है जहां पर एमबीबीएस डॉक्टर तैनात नहीं है फिर भी ऑपरेशन से लेकर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने कहकर मरीजों को भर्ती कर लेते हैं और अनुभवहीन झोलाछाप डॉक्टर ऑपरेशन से लेकर बड़े बड़ी बीमारी का इलाज करना प्रारंभ कर देते हैं, इसके बाद मरीजों की मौत हो जाती है फिर हालत बिगड़ती है तो इनको सरकारी अस्पताल या फिर बाहर के अस्पतालों में भेजकर मामले को रफा-दफा करने के लिए कई बार मरीजों के परिजनों को भी लोग लालच देने का प्रयास भी किया जाता है। इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं ।


हैरानी की बात तो है कि जब अस्पताल और क्लीनिक संचालित करने की अनुमति नहीं है फिर भी इतने सालों से किसकी अनुमति या किस की मिलीभगत से अवैध रूप से अस्पताल एवं क्लीनिक संचालित हो रहे हैं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई फर्जी डॉक्टरों को नेताओ का संरक्षण प्राप्त है एवं कुछ मोटी रकम देकर अवैध रूप से इनका संचालन कर रहे हैं। तभी तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कार्रवाई करने नहीं आते हैं। झोलाछाप डॉक्टरों के लिए आम आदमी की जिंदगी इतनी सस्ती हुई है अपने फायदे के लिए इनकी जान भी ले लेते हैं। अधिकारियों के साथ जनप्रतिनिधि भी इन फर्जी डॉक्टरों पर नकेल कसने का प्रयास नहीं कर रहे हैं कुछ झोलाछाप डॉक्टर स्वस्थ विभाग में नीचे से लेकर ऊपर तक के अधिकारियों सेवा करते हैं तभी तो मरीजों की जान लेने के बाद भी इन झोलाछाप डॉक्टरों पर ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है एक जगह इनकी दुकानदारी बंद होती है तो दूसरी जगह पर यह झोलाछाप डॉक्टर फिर से मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ प्रारंभ कर देते हैं। आखिर कब तक इस तरह झोलाछाप डॉक्टर आम आदमी की जिंदगी से खिलवाड़ करते रहेंगे समय रहते इन फर्जी डॉक्टरों पर कठोर कार्रवाई की जाए जिससे कि भविष्य में दोबारा से किसी मरीज की मौत गलत इलाज के कारण ना हो 2 दिन पहले मंजू राजपूत की मौत के बाद भी प्रशासन के अधिकारी फर्जी डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं कर पाए थे, इसके लिए परिजनों ने थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन करना पड़ा उसके बाद ही प्रशासन के अधिकारी फर्जी डॉक्टर के क्लीनिक को सील करने की हिम्मत कर पाए नहीं तो स्वास्थ विभाग का अमला फर्जी डॉक्टर के क्लीनिक को सील भी नहीं कर पाया था ।

इनका कहना है।
एक टीम बनाकर सभी अस्पताल क्लिनिको की जांच कराएंगे जो भी अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी प्रवीण प्रजापति एसडीएम सिरोंज ।

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