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वित्त मंत्री सीतारमण ने एनआईपी के लिए किया ऑनलाइन डैशबोर्ड किया शुभारंभ

नई दिल्‍ली। केंद्रीय वित्‍त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को नेशनल इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर पाइपलाइन (एनआईपी) ऑनलाइन डैशबोर्ड का उद्घाटन किया। सीतारमण ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इसकी शुरुआत की। गौरतलब है कि न्यू इंडिया अभियान के तहतआधारभूत परियोजनाओं से जुड़ी जानकारियों को देखने के लिए वन स्टॉप समाधान के रूप में इस ऑनलाइन डैशबोर्ड की परिकल्पना की गई है।

इस डैशबोर्ड को इंडिया इनवेस्टमेंट ग्रिड (आईआईजी) (www.indiainvestmentgrid.gov.in) पर होस्ट किया जा रहा है। दरअसल आईआईजी के संवादात्मक और गतिशील ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो देश में अद्यतन और रियल टाइम निवेश के अवसरों को प्रदर्शित करता है। एनआईपी ऑनलाइन डैशबोर्ड के उद्घाटन के अवसर पर उच्चस्तरीय कार्यबल और विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी विभागों के सचिव उपस्थित रहे।

इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि एनआईपी से आत्मनिर्भर भारत के विजन को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्‍होंने कहा कि आईआईजी पर एनआईपी परियोजनाओं की उपलब्धता से परियोजनाओं की अद्यतन जानकारियों तक पहुंच आसान होगी। इसके साथ ही पीपीपी परियोजनाओं के लिए निवेशकों को लुभाना आसान हो जाएगा। वित्‍त मंत्री ने कहा कि देश में बुनियादी ढांचा विकास में आ रही तेजी को देखते हुए ये एनआईपी के कार्यान्वयन की दिशा में अहम कदम है।

आईआईजी वैश्विक निवेशकों के लिए भारत में निवेश के सर्वश्रेष्ठ अवसरों के प्रदर्शन के लिए एक संवादात्मक और गतिशील ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। इंवेस्‍ट इंडिया, द नेशनल इंवेस्‍टमेंट प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन एजेंसी द्वारा विकसित और प्रबंधित आईआईजी भारत में निवेश के गेटवे के रूप में सेवाएं देता है। इसे दुनियाभर में स्थित भारतीय मिशनों और दूतावासों द्वारा व्यापक स्तर पर उपयोग किया जाता है। आईआईजी से निवेशकों को विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद निवेश के अवसरों के लिए संपूर्ण भारत के डाटाबेस की खोज तरजीही परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी और दिलचस्पी दिखाना और परियोजना के प्रवर्तकों से सीधे तौर पर संवाद जैसी सुविधाएं मिलती हैं।

दरअसल वित्‍त वर्ष 2019-20 के बजट भाषण में वित्त मंत्री ने अगले 5 साल में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए 100 लाख करोड़ रुपये के व्यय की घोषणा की थी। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस पर भाषण के बाद पेश बजट में ऐलान किया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा था कि ‘आधुनिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए इस अवधि में 100 लाख करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की जाएगी, जिससे जीवन स्तर में सुधार के साथ ही नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।‘ वहीं, इस क्रम में एक उच्चस्तरीय कार्य बल ने वित्त वर्ष 2020-25 के दौरान 111 लाख करोड़ रुपये के अनुमानित बुनियादी ढांचा निवेश के साथ राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन पर एक अंतिम रिपोर्ट जमा की थी।

उल्‍लेखनीय है कि एनआईपी देशभर में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने और सभी नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में अपनी तरह की एक अनूठी पहल है। एनआईपी से परियोजना की तैयारी में सुधार होगा, बुनियादी ढांचा में निवेश (घरेलू और विदेशी दोनों) आकर्षित होगा। इसके साथ ही यह वित्त वर्ष 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था तैयार करने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अहम होगा। एनआईपी में अद्यतन हार्मोनाइज्ड मास्टर लिस्ट ऑफ इन्फ्रास्ट्रक्चर पर आधारित आर्थिक और सामाजिक बुनियादी ढांचा परियोजना दोनों शामिल हैं। (एजेंसी, हि.स.)

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