मधेपुरा। किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष, मध्यप्रदेश के पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्र सरकार पर खूब निशाना साधा । उन्होंने किसान आंदोलन के बारे में कहा कि किसान आंदोलन लगातार अपनी सफलता की ओर बढ़ रहा है। जिस तरह से सरकार 11 दौर की बातचीत की और सभी बातचीत में सरकार ने अपने तीन नए कृषि कानून में 15 बिंदुओं पर संशोधन की बात कह रही है और सरकार खुद कह रही है कि हम 18 महीने के लिए इस कानून पर तत्काल रोक लगा देते हैं तो निश्चित ही रूप से इस कानून में गड़बड़ी थी, गड़बड़ी है जिस वजह से किसान इस कानून को वापस करने की मांग कर कर रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि सरकार जितने हथकंडे अपनाना चाहते थे उतने हथकंडे उन्होंने अपना ली है सरकार के द्वारा पहले फूट डालो और राज करो की तर्ज पर किसान संगठनों को आपस में तोड़ना चाह रही थी जिस कारण किसान संगठनों एवं किसानों को खालिस्तानी बता रहे थे और उसके बाद सरकार ने कहा कि यह तो सिर्फ पंजाब के लोग आंदोलन कर रहे हैं।किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए सरकार ने अपना मास्टर स्ट्रोक 26 जनवरी के दिन जारी किया जिसमें भी वह विफल रहे। इस मामले में उन्होंने बताया कि सरकार के द्वारा सुनियोजित तरीके से अपने लोगों के द्वारा लाल किले पर उपद्रव मचाया गया आज पूरा देश जानता है कि वह जो दीपक सिद्धू है वह भाजपा का अपना कार्य करता था उन्होंने कहा कि किसानों से जो बात की गई थी और जो रूट तय किया गया था हम लोग उसी पर थे लेकिन अन्य किसान संगठन जिससे हमारा कोई भी मतलब नहीं था उन संगठनों से बात करके उन्हें वह रूट दिया गया। किसान आंदोलन को बदनाम की जाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी जो पूरे देश और दुनिया ने देखा किस तरह से वह बेनकाब हो गए हैं।
उन्होंने बिहार में किसान आंदोलन को लेकर कहा कि सरकार कह रही है एक या दो राज्य के आंदोलन है लेकिन यहां पूरे देश के सभी राज्यों में आंदोलन चल रहा है जिसे सरकार के द्वारा दबाया जा रहा है .उन्होंने कहा कि जब ईस्ट इंडिया कंपनी से लड़ाई में बिहार ने अग्रणी भूमिका निभाई थी।
उन्होंने 1974 की लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा कि उस वक्त के आंदोलन ने देश में लोकतंत्र स्थापित किया बिहार ने हमेशा बड़े बड़े आंदोलनों को दिशा और दशा देने का कार्य किया है ठीक उसी प्रकार आने वाले समय में इस किसान आंदोलन को भी बिहार एक नई दिशा देगी और इस आंदोलन का नेतृत्व करेंगी और जीत किसानों की होगी। (एजेंसी, हि.स.)
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