नई दिल्ली । गाजा(Gaza) के लिए राहत सामग्री(Relief Materials) लेकर निकलीं पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग(Environmental activist Greta Thunberg) और अन्य 11 लोग गाजा की बजाय इजरायल(israeli) पहुंच गए हैं। ग्रेटा थनबर्ग को लेकर पिछले रविवार को मिशन पर निकला जहाज सोमवार शाम को अशदोद बंदरगाह पर पहुंचा। इससे पहले ग्रेटा थनबर्ग ने दावा किया था कि जहाज पर हमला कर उसमें सवार लोगों को बंदी बना लिया गया है। वहीं इजराइली सेना ने ‘मैडलीन’ नाम के इस जहाज को जब्त करने और इन कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने की पुष्टि की थी।
इजराइल के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की कि जहाज इजराइली नौसेना की कंपनी के साथ सोमवार शाम को अशदोद बंदरगाह पर पहुंची। मंत्रालय ने कहा कि 12 कार्यकर्ताओं को कोई परेशानी ना हो यह सुनिश्चित करने के लिए उनका मेडिकल चेक-अप किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक इन 12 लोगों को वापस भेजे जाने से पहले इजराइल के रामले शहर में एक हिरासत केंद्र में रखे जाने की संभावना है।
जहाज पर हमला
इस बीच मैडलीन जहाज का संचालन करने वाले फ्रीडम फ्लोटिला समूह ने आरोप लगाया कि कार्यकर्ताओं को अत्यंत जरूरी राहत गाजा पहुंचाने की कोशिश करते समय अपहरण कर लिया गया। बयान में कहा गया, “जहाज पर अवैध रूप से चढ़ाई की गई, निहत्थे नागरिक चालक दल का अपहरण कर लिया गया और इसमें मौजूद राहत सामग्री जिसमें बच्चों का खाना और मेडिकल सप्लाइज शामिल हैं उन्हें जब्त कर लिया गया।” समूह ने कहा कि जहाज को गाजा से लगभग 200 किलोमीटर दूर ही जब्त कर लिया गया।
थनबर्ग को वापस भेजा जाएगा
वहीं इजराइल के विदेश मंत्रालय ने ग्रेटा थनबर्ग के इस दौरे को महज दिखावा बताया है। उन्होंने इसे एक पब्लिसिटी स्टंट करार दिया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इजरायल की ओर से तंज कसते हुए कहा गया कि ‘सेलिब्रिटीज’ की ‘सेल्फी जहाज’ को सुरक्षित रूप से इजरायल ले जाया जा रहा है। मंत्रालय ने कहा कि कार्यकर्ताओं को उनके देश वापस भेज दिया जाएगा और राहत सामग्री को दूसरे माध्यमों के से गाजा पहुंचा दिया जाएगा। गौरतलब है कि थनबर्ग और अन्य कार्यकर्ता एक सप्ताह पहले मैडलीन पर इटली से रवाना हुए थे।
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