शिमला । हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच पिछले पांच दिन से चला गतिरोध शुक्रवार को समाप्त हो गया। विधानसभा में चल रहे गतिरोध को लेकर विधानसभा अध्यक्ष के चैम्बर में बुलाई गई बैठक सार्थक रही है और गतिरोध को तोड़ने की सहमति बनी है। इसके बाद बजट सत्र से निलंबित किए गए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री सहित पांच विधायकों हर्षवर्धन चौहान, सतपाल रायजादा, सुंदर सिंह ठाकुर, विनय कुमार के निलंबन निरस्त कर दिए गए हैं। इस संबंध में सदन में प्रस्ताव पारित किया गया।
उल्लेखनीय है कि बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के साथ अभद्रता करने पर इन पांचों कांग्रेस विधायकों को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शुक्रवार को सदन में प्रस्ताव लाते हुए कहा कि सदन के नेता व सीएम जयराम ठाकुर के निर्देश पर कांग्रेस के पांच विधायकों को निलबिंत किया गया था। अब नियम 319 के तहत उनके निलंबन के वापस लेते हैं।
सुरेश भारद्वाज ने सदन में कहा कि विपक्ष के विधायकों और सत्तापक्ष के मंत्रियों के बीच वार्ता हुई है और सभी ने निलंबन को निरस्त करने की बात रखी है। इसके बाद कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर ने सूझबूझ से विवाद को खत्म करने का निर्णय लिया है जिसका विपक्ष स्वागत करता है क्योंकि लोकतंत्र पक्ष और विपक्ष से चलता है।
प्रस्ताव पर ठाकुर रामलाल, कर्नल धनी राम शांडिल और सुखविंदर सिंह सुखू ने कहा कि सदन की कार्यवाही शांतिपूर्ण ढंग से चलनी चाहिए एवं पक्ष और विपक्ष दोनों को इसमें सहयोग देना चाहिए। प्रस्ताव में चर्चा में भाग लेते हुए सदन के नेता व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कभी-कभी पक्ष और विपक्ष में नोक-झोंक होती रहती है लेकिन विवाद को बढ़ाना भी लोकतंत्र के लिहाज से सही नहीं है। विवाद का समाधान हमेशा संवाद होता है, इसलिए आज पहल हुई और वार्ता सफल भी रही। लोकतंत्र में विपक्ष का सदन में होना जरूरी है। यह लोकतंत्र की खूबी है।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने निलंबित विधायकों के निलंबन को निरस्त करने के लिए लाए प्रस्ताव को पारित किया, जिसमें सभी ने सहमति जताई और नेता प्रतिपक्ष सहित सभी 5 विधायकों का निलंबन निरस्त किया गया। इससे पहले सदन में गतिरोध को खत्म करने के लिए विस अध्यक्ष विपिन परमार के चैबर में बैठक हुई। विपिन परमार के चैबर में हुई इस बैठक में सीएम जयराम ठाकुर के अलावा संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज, जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह मौजूद रहे। विपक्ष की तरफ से पांच सदस्य आशा कुमारी, सुखविंदर सिंह, जगत सिंह नेगी, रामलाल ठाकुर, कर्नल धनी राम शांडिल इस बैठक में शामिल रहे। इसके अलावा माकपा विधायक राकेश सिंघा भी मौजूद थे। इस तरह कांग्रेस विधायकों के निलंबन के कारण सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच चल रहा गतिरोध आगामी वर्ष का बजट सदन में पेश होने से एक दिन पहले खत्म हुआ। बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शनिवार को अगले वितीय वर्ष का बजट पेश करेंगे।
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