किसी के पास सिलेंडर नहीं तो, किसी के पास सिलेंडर है पर गैस नहीं
इंदौर। कोरोना संक्रमित अपने लोगों की सांसे चलती रहे, इसके लिए लोग पूरा शहर घूम रहे है, लेकिन कहीं से भी राहत नहीं मिल पा रही है। अस्पताल (hospital) वाले भी इसी शर्त पर भर्ती कर रहे है कि मरीज के लिए ऑक्सीजन (Oxygen) परिजनों को ही लाकर देना होगी। अस्पतालों में जगह नहीं होने के कारण कई लोग अपने परिजनों का घर पर ही इलाज करवा रहे है।
जनता कर्फ्यू के बीच शहर की सडक़ों पर खाली ऑक्सीजन (Oxygen) सिलेंडर लेकर घुमते हुए कई लोग दिखाई देते है। सोशल मीडिया पर जहां से भी ऑक्सीजन (Oxygen) मिलने की खबर मिलती है, वहां पर दौड़ लगा देते है। महू नाका (Mhow Naka) पर स्थित खालसा गैस पर लोग सुबह से छोटे सिलेंडर (Cylinder) लेकर पहुंच जाते है। कुछ को सफलता मिलती है तो कुछ को निराशा हाथ लगती है। कई लोग घरों पर ही अपने परिजनों का इलाज करवा रहे है। ऐसे में सिलेंडर की आवश्यकता पड़ रही है। लेकिन शहर में छोटे गैस सिलेंडर (Cylinder) नहीं मिल रहे है। सिलेंडर के लिए कई लोग आगे भी आ रहे है। एक व्यक्ति अंटी-सोढ़े का व्यवसाय करता था, उसने अपने परिचित के लिए सिलेंडर दे दिया। ऐसे ही कई लोग सिलेंडरों की जुगाड़ कर रहे है। मंडलेश्वर में रहने वाले एक युवक के जीजा का इलाज इंदौर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है, अस्पताल वालों ने कहा कि आपको की ऑक्सीजन (Oxygen) की व्यवस्था करना होगी। इसलिए युवक मंडलेश्वर से सिलेंडर (Cylinder) की जुगाड़ कर लाया। लेकिन व दिन भर गैस के लिए शहर में भटकता रहा।
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