भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

मैं आप बहनों का सौतेला नहीं सगा भईया

  • रक्षाबंधन पर स्व-सहायता समूह की महिलाओं से बोले सीएम शिवराज
  • सीएम हाउस में आयोजित कार्यक्रम में महिला स्व-सहायता समूहों को 200 करोड़ रुपये का ऋण वितरण किया गया

भोपाल। मुख्यमंत्री आवास में शुक्रवार को स्व-सहायता समूह की तीन सौ महिलाओं को आमंत्रित किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इन महिलाओं के साथ संवाद कर स्व सहायता समूहों को 200 करोड़ रूपए का बैंक ऋण भी वितरित किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज ने भोपाल, रायसेन जिले के समूहों को ऋण राशि के चेक वितरित किए। उत्कृष्ट कार्य करने वाले बैंकों को पुरस्कृत किया गया। इस कार्यक्रम से प्रत्येक ग्राम पंचायत से स्व-सहायता समूह की सदस्य वर्चुअल जुड़ीं। मुख्यमंत्री ने इन महिलाओं के साथ आत्मीय संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप बहनों का सौतेला नहीं सगा भईया हूं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के पूछने पर रीवा की आशा ने बताया कि 12 साल पहले समूह जुड़ी थी। उसके बाद आर्थिक स्थिति सुधरी है। दीदियां तिरंगा, ड्रेस, अगरबत्ती बना रही हैं। सीएम ने पूछा-समूह से जुडऩे के बाद बच्चों की पढ़ाई पर क्या असर पड़ा है। दीदियों ने कहा स्थिति सुधर गई। सीएम ने पूछा-सरकार की योजनाओं का क्या फायदा मिला। सुरभि शर्मा ने कहा-योजनाओं का लाभ मिल रहा है। कृषि सखी बनकर मैंने दिल्ली में भी अपनी बात रखा। कोविड के दौरान दीदियों ने किया। किरन बरैया बैरसिया ने कहा कि टीकाकरण के लिए हमने लोगों को प्रोत्साहित किया है


बहनों ने ग्रामीण क्षेत्रों की जिंदगी बदल दी
मेरी बहनों ने ग्रामीण क्षेत्रों की जिंदगी बदल दी। मैं उनकी जिंदगी बदलना चाहता हूं। मैं वैसा मुख्यमंत्री नहीं, जो मुख्यमंत्री बनकर घमंड में चूर हो जाए। मुख्यमंत्री के रूप में आपको आश्वस्त करता हूं कि आपके लिए मैं जीवन लगा दूंगा। हम गरीब नहीं रहेंगे। क्षमता, प्रतिभा, काम करने का माद्दा है। मैं सौतेला नहीं सगा भैया हूं। 10 हजार रुपये महीना आमदनी हमारा टारगेट है। बैंकों से दो प्रतिशत ब्याज पर समूहों को ऋण मिलेगा। शेष ब्याज सरकार भरेगी। 50 लाख घरों में नल लगा दिए हैं। मेरा सपना है बहनों को हैंडपंप पर न जाना पड़े। 20 प्रतिशत के कमीशन पर पानी कर वसूलने की जिम्मेदारी सौंपी है। समूहों के उत्पादों की जैम पोर्टल पर अपलोड करना है। हमारा सामान छा जाए। राखियां भी दीदी की बनी खरीदने को कहा था। हम कसर नहीं छोड़ेंगे। अब लगता है दीदियों के भरोसे ही मप्र को बदल दूंगा।

आपके चेहरे पर मुस्कुराहट से मेरी जिंदगी सफल
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बच्चे के जन्म के समय जांच कराना जरूरी है। 17 हजार बहनें पंचायत चुनाव जीतकर आ गई। अधिकार केंद्र खोले हैं। फिर भी काम नहीं करेंगे तो मैं देख लूंगा। योजनाओं को ढंग से लागू कराने का काम करो। स्व-सहायता समूह की महिलाओं से सीएम ने कहा कि आपके चेहरे पर मुस्कुराहट से मेरी जिंदगी सफल हो गई। कोरोना बड़ा बेइमान है। कब आ जाए। इसलिए तीसरी डोज भी लगवाना है। सभी को अपने घरों पर तिरंगा फहराना है। पिछली बार 1500 करोड़ का बैंक लिंकेज मिला था। अबकी बार 3000 करोड़ का टारगेट। मेरी यही कामना है कि मेरी बहनों के पैरों में कांटा न लगे। सीएम के संबोधन के बाद महिलाओं ने मंच पर पहुंचकर मुख्यमंत्री को दीदियों की ओर से नौ हजार राखी भेंट कीं। दीदियों ने मुख्यमंत्री को राखी भी बांधी।

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