आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए समय नहीं है. यही वजह है कि बहुत कम उम्र के लोगों को भी सांस फूलने की समस्या होने लगी है. जरा सा काम करने, कुछ भारी सामान उठाने या फिर ज्यादा बात करने पर भी कई लोगों की सांस फूलने (breathlessness) लगती है. सांस में तकलीफ होने की कई वजह हो सकती हैं. जैसे एलर्जी, मोटापा, धूम्रपान, प्रदूषण, ज्यादा ठंड, एंजाइटी, कैंसर, टीवी, अस्थमा, हार्ट की समस्या, और एनीमिया. वहीं फेफड़ों और ब्रोंकाइल ट्यूब्स (bronchial tubes) में सूजन, दमा की समस्या होने पर भी सांस फूलने लगती है.
क्यों फूलने लगती सांस- सांस फूलने की समस्या को डिस्पेनिया कहते हैं. इस स्थिति में फैफड़ों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिससे हार्ट और फेफड़ों में परशानी होने लगती है और सांस फूलने लगती है.
सांस फूलने पर करें ये घरेलू उपाय
मुंह से गहरी सांस छोड़ें-सांस लेने में अगर आपको तकलीफ हो तो नाक से गहरी गहरी सांस लें और होठों से जैसे सीटी बजाते हैं उस तरीके से सांस छोड़ें.
अगर आपको सांस फूलने की दिक्कत होती है तो कॉफी की खुशबू या गर्म कॉफी पीने से अस्थमा (asthma) के अटैक में तुरंत आराम मिलता है. कॉफी से सांस नलिकाओं में रुकी हुई हवा खुल जाती है.
जिन लोगों को सांस की समस्या है उन्हें यूकेलिप्टस (eucalyptus) का तेल जरूर रखना चाहिए. इस तेल को सूंघने या पानी में डालकर भाप लेने से आराम पड़ेगा. और सांस की समस्या भी खत्म हो जाएगी.
कोशिश करें कि आने में एसिडिक (acidic) चीजें न खाएं. खाने में ऑयली, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन वाले वाली चीजों का इस्तेमाल कम करें. ज्यादा फल और सब्जियां खाएं.
सांस के मरीजों को तुलसी के पत्तों का रस शहद में डालकर पीने से आराम मिलता है. अदरक चबाने या गर्म पानी में डालकर पीने से भी सांस नली का संक्रमण खत्म हो जाता है.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य सूचना उद्देश्य के लिए है इन्हें किसी चिकित्सक के रूप में न समझें। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें कोई भी सवाल या परेशानी हो तो विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें ।a
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