डेस्क: पर्थ टेस्ट (Perth Test) जीतने के बाद एडिलेड (Adelaide) में होने वाले पिंक बॉल मैच (Pink Ball Match) के लिए भारतीय टीम (Indian Team) और फैंस के बीच काफी उत्साह है. सभी इस मुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया की टीम गुलाबी गेंद से खेलने में माहिर मानी जाती है. वहीं टीम इंडिया के कई खिलाड़ी पहली बार इस गेंद का सामना करने वाले हैं. इसलिए इस गेंद के सामने ऑस्ट्रेलिया का पलड़ी भारी माना जा रहा था. हालांकि, अब इस मुकाबले में गेंद के अलावा एक और फैक्टर की एंट्री हो गई है, जिससे मैच का नतीजा तय हो सकता है. क्या है वो फैक्टर और इससे कैसे पलट सकती है बाजी, आइये जानते हैं.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा जमाने के नजरिए से एडिलेड टेस्ट काफी अहम है. लेकिन मैच से पहले भारत और ऑस्ट्रेलिया के सामने एक बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है. दरअसल, एडिलेड ओवल मैदान के हेड क्यूरेटर डेमियन हॉफ ने दूसरे टेस्ट में मौसम को लेकर चिंता जताई है. उन्होंने बताया है कि शुक्रवार 6 दिसंबर यानि मैच के पहले दिन तूफान और बिजली की चेतावनी जारी की गई है.
ऑस्ट्रेलिया के मौसम विभाग के अनुसार एडिलेड टेस्ट के पहले दिन 50 प्रतिशत बारिश का अनुमान है. साथ ही पूरे दिन घने बादल छाए रहने के साथ 7 मिलीमीटर तक बारिश की आशंका जताई गई है. इसलिए पहला दिन रद्द भी हो सकता है. वहीं दूसरे दिन भी 40 प्रतिशत तक बारिश के साथ आसमान में हल्के बादल छाए रह सकते हैं. बात करें बचे हुए 3 दिनों की तो तीसरे दिन 5 प्रतिशत, चौथे दिन 30 और अंतिम दिन 40 प्रतिशत बारिश के अनुमान हैं.
ऑस्ट्रेलिया के मौसम के विभाग के अनुसार पांचों दिन दिन बादल छाए रहेंगे. इसके अलावा दिसंबर महीने के दौरान एडिलेड में हवा की औसत स्पीड 15 किलोमीटर प्रति घंटा रहती है. लेकिन इस मैच के दौरान हवा की औसत स्पीड 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटा तक जाने की उम्मीद है. यही वो कारण है, जिससे मुकाबले का नतीजा तय हो सकता है.
अभी तक सिर्फ पिंक बॉल से मिलने वाली स्विंग और सीम पर मुकाबले का नतीजा निर्भर कर रहा था. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के मौसम विभाग ने एडिलेड को लेकर जो अनुमान जताया है उसके बाद से हवा और बादल का भी रोल अहम हो गया है. एडिलेड ओवल के मैदान पर 6 मिमी घास छोड़े जाने की संभावना है. इसके अलावा पिंक बॉल ज्यादा स्विंग और सीम के लिए मशहूर और अब तेज स्पीड की हवा और बादल तेज गेंदबाजों को और भी घातक बना देंगे. बता दें हवा और बादल के कारण गेंद को ज्यादा मूवमेंट मिलती है.
खासतौर से रात में पिंक बॉल के सामने दोनों ही टीमों के बल्लेबाजों का टिकना मुश्किल हो सकता है. वहीं अगर पहले दिन बारिश हुई तो पिच को कवर से ढकना पड़ेगा. ऐसे में नमी होने के कारण पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम खतरे में पड़ सकती है. इसका एक उदाहरण भारत-न्यूजीलैंड के बीच बेंगलुरु टेस्ट में भी देखने को मिला था. जब भारतीय टीम सिर्फ 46 रन पर ऑल आउट हो गई थी.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved