नई दिल्ली । कर्नल सोफिया कुरैशी (Colonel Sofia Qureshi) ने कहा कि पाकिस्तानी हमलों का (To Pakistani Attacks) भारत ने त्वरित और सटीक जवाब दिया (India gave quick and accurate Response) ।
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष ने शनिवार को उस समय नया मोड़ लिया जब भारत सरकार ने एक आपातकालीन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान के दावों को झूठा और भ्रामक करार दिया। इस प्रेस वार्ता में रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने पाकिस्तान की ओर से किए गए सैन्य हमलों पर आधिकारिक प्रतिक्रिया दी। प्रेस वार्ता में सेना की प्रवक्ता कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि पाकिस्तान ने जो दावा किया है कि उसने भारत की ब्रह्मोस मिसाइल फैसिलिटी और अन्य प्रमुख ठिकानों को तबाह कर दिया है, वह सरासर गलत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की एस-400 वायु रक्षा प्रणाली भी पूरी तरह सुरक्षित है और सामान्य संचालन कर रही है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी बताया गया कि भारत ने पाकिस्तान की इन आक्रामक हरकतों का त्वरित और सटीक जवाब दिया है। भारतीय वायुसेना ने रफीकी, मुरीद, चकलाला और रहिमयार खान जैसे पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। सियालकोट एयरबेस को भी लक्ष्य बनाया गया। इस जवाबी कार्रवाई में यह सुनिश्चित किया गया कि नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुंचे।
भारतीय सेना ने यह भी बताया कि पाकिस्तान की सेना ने नागरिक विमानों की आड़ में अंतरराष्ट्रीय हवाई मार्गों का दुरुपयोग किया है। इससे अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन हुआ है, जिस पर भारत कड़ा विरोध दर्ज कराएगा। कर्नल कुरैशी ने प्रेस वार्ता में कहा कि पाकिस्तान ने पिछले 24 घंटों में भारत के पश्चिमी मोर्चे पर कई बार लड़ाकू विमानों, ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग किया है। नियंत्रण रेखा से लेकर श्रीनगर से नलिया तक 26 से अधिक स्थानों पर घुसपैठ और हमले की कोशिशें हुईं।
पठानकोट, आदमपुर, उधमपुर और भुज जैसे एयरबेस पर कुछ नुकसान जरूर हुआ है, लेकिन सभी ठिकानों की परिचालन क्षमता बरकरार है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने पंजाब क्षेत्र के सैन्य ठिकानों को हाई-स्पीड मिसाइल से निशाना बनाने की कोशिश की और चिकित्सा परिसरों पर भी हमला किया, जो कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का गंभीर उल्लंघन है।
विदेश सचिव सलाहकार विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान की हालिया हरकतें पूरी तरह उकसाने वाली हैं और वे दक्षिण एशिया में शांति के प्रयासों को बाधित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि भारत ने अब तक संयम और रक्षात्मक रुख अपनाया है, लेकिन पाकिस्तान के हमलों की तीव्रता और प्रकृति के कारण भारत को कठोर सैन्य प्रतिक्रिया देने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
रक्षा सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है। भारत ने सभी सैन्य प्रतिष्ठानों को हाई अलर्ट पर रखा है और नागरिक क्षेत्रों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, श्रीनगर और अमृतसर में एयर डिफेंस सक्रिय कर दिए गए हैं।
इस पूरे घटनाक्रम पर नजर रखते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया भी अहम होगी। अमेरिका, रूस, फ्रांस और जापान जैसे देश भारत-पाक तनाव को कम करने के लिए कूटनीतिक स्तर पर सक्रिय हैं, लेकिन पाकिस्तान की कार्रवाइयों के चलते किसी भी समाधान तक पहुंचना फिलहाल मुश्किल नजर आ रहा है।
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