- रेल मंत्रालय के पास लंबित है 1762 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट
इन्दौर। इंदौर-फतेहाबाद-रतलाम सिंगल रेल लाइन के दोहरीकरण का प्रोजेक्ट अब लोकसभा चुनाव के बाद पेश होने वाले मुख्य बजट में शामिल होगा। सितंबर-23 से 1762 करोड़ रुपए का यह प्रोजेक्ट नई दिल्ली स्थित रेल मंत्रालय के पास विचाराधीन है। छह महीने बाद फिलहाल इसकी मंजूरी के आसार अब नहीं बचे हैं।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जल्द ही लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने वाली है। ऐसे अब इंदौर का यह प्रोजेक्ट स्वीकृत होना संभव नहीं है। चुनाव बाद नई सरकार के गठन के बाद जो बजट आएगा, उसमें जरूर पूरी संभावना है कि इंदौर-रतलाम रेल लाइन प्रोजेक्ट को केंद्र से मंजूरी मिले। इंदौर-रतलाम रेल लाइन की लंबाई 116 किलोमीटर है, लेकिन दोहरीकरण प्रोजेक्ट में 23 किमी लंबी फतेहाबाद-उज्जैन रेल लाइन का दोहरीकरण भी शामिल कर प्रोजेक्ट भेजा गया है। एक बार बजट में शामिल होने के बाद दोहरी रेल लाइन के हिसाब से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।
दोनों तरफ से शुरू होगा काम
प्रोजेक्ट जल्दी पूरा करने के उद्देश्य से पश्चिम रेलवे ने तय किया है कि बजट मंजूरी के बाद दोहरीकरण का काम इंदौर और रतलाम दोनों तरफ से एक साथ शुरू किया जाए। इसके अलावा जहां-जहां सरकारी जमीनों पर पुल-पुलियाओं का निर्माण होना हैं, वहां निर्माण के टेंडर भी जल्द जारी किए जाएंगे।