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जेल जाने के लिए जानबूझकर कानून तोड़ रहे जापानी बुजुर्ग

February 04, 2025

टोक्यो । जापान (Japan) में बूढ़ी होती जनसंख्या के लिए अकेलापन सबसे बड़ी सामाजिक समस्या बनकर सामने आ रहा है। हाल ही में एक 81 वर्षीय महिला ने भी ऐसा ही किया। महिला के मुताबिक अपने खाने-पीने और रहने की समस्या को दूर करने के लिए जानबूझकर कानून तोड़ा, जिससे पुलिसवाले उसे जेल (Japan jail) में डाल दें।

राजधानी टोक्यो की तोचिगी महिला जेल में बंद ओकीयो ने बताया कि जेल में आने से उसके जीवन में स्थिरता आई है। उन्होंने कहा कि मैंने पहली बार 60 साल की उम्र में ऐसा किया था, जब मुझे खाना चुराने के आरोप में जेल में डाला गया था। उसके बाद मुझे जेल में बेहतर खाना और छत मिली तो मैंने यही करने का सोच लिया। जापानी सरकार बुजुर्गों के लिए पेंशन सेवा चलाती है लेकिन उसमें जीवन गुजार पाना बहुत मुश्किल है।



एक रिपोर्ट के मुताबिक इस जेल में कुल 500 से ज्यादा महिला कैदी बंद हैं, जिसमें से हर चौथी कैदी बुजुर्ग है। ओकीयो ने बताया कि जेल के अंदर का माहौल बहुत अच्छा है। यहां पर लोग एक-दूसरे की मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि अगर में आर्थिक रूप से मजबूत होती तो शायद जेल आने के बारे में न सोचती, लेकिन ऐसा नहीं है। मेरा परिवार मुझसे अलग रहता है, इसी वजह से मुझे यहां आना पड़ा।

अकीयो ने बताया कि जेल में आने से पहले वह अपने 43 साल के बेटे के साथ में रहती थीं। लेकिन उनका अपने बेटे से झगड़ा हो गया। मैं घर से बाहर आ गई तो मेरी हालत और भी ज्यादा खराब हो गई। मुझे ऐसा लगा जैसे मेरी जिंदगी में अब कुछ नहीं बचा। फिर उसके बाद मैंने यहां आने की सोची।

पिछले कुछ समय से कई ऐसे मामले देखने को मिले हैं, जिसमें जापानी बुजुर्गों ने खाना, छत और अकेलेपन की समस्या को दूर करने के लिए जेल जाने का रास्ता चुना। जापान में बढ़ती बुजुर्ग आबादी यहां की सबसे बड़ी समस्या है। अकेलेपन के तनाव की वजह से बुजुर्ग छोटे-मोटे अपराध करके जेल में चले जाते हैं। यहां पर उनके भोजन और रहने की व्यवस्था हो जाती है। और जीवन में थोड़ा रोमांच आ जाता है।

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