नई दिल्ली। कोविड-19 कि तेसरी लहर की आशंका के बीच उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Yogi Government) ने कांवड़ यात्रा (Kawnar Yatra) को अनुमति देने से सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) चिंता जाहीर करते हुए बुधवार सुबह अखबार में छपी एक रिपोर्ट पर इस मामले का स्वत: संज्ञान (Sua]o Moto) लिया। जस्टिस आरएफ नरीमन की अध्यक्षता वाली बेंच ने केंद्र सरकार और यूपी सरकार को इस संधारभ में नोटिस जारी किया है। शुक्रवार को मामले की सुनवाई होगी। आने वाली तीसरी लहर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी का भी अदालत ने जिक्र किया है। उन्होंने ने कहा कि पीएम ने कहा था कि ‘हम जरा भी समझौता नहीं कर सकते।’ साथ ही आदेश में कहा गया कि यूपी और उत्तराखंड (Uttrakhand) के प्रमुख सचिव तथा केंद्र के गृह सचिव शुक्रवार सुबह एफिडेविट दाखिल करेंगे।
दूसरी ओर उत्तराखंड सरकार ने मंगलवार को कांवड़ यात्रा रद्द कर दी है। राज्य में नया वैरिएंट (Corona Virus New Variant) सामने आया है, ऐसे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा वे “नहीं चाहते कि हरिद्वार महामारी का केंद्र बने। लोगों की जिंदगी हमारी प्राथमिकता है। हम उसके साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते… हम कोई चांस नहीं लेंगे।” हालांकि यूपी में कोविड से जरूरी सावधानियों के साथ यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी गई है”।
मंगलवार को एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘कई बार लोग सवाल पूछते हैं कि तीसरी लहर के बारे में क्या तैयारी है? तीसरी लहर पर आप क्या करेंगे? आज सवाल यह होना चाहिए हमारे मन में कि तीसरी लहर को आने से कैसा रोका जाए।’ उन्होंने चेताया कि कोरोना ऐसी चीज है, वह अपने आप नहीं आती है। कोई जाकर ले आए, तो आती है। इसलिए हम अगर सावधानी से रहेंगे, तो तीसरी लहर को रोक पाएंगे।
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