कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नोबल पुरस्कार से सम्मानित और प्रख्यात अर्थशास्त्री प्रोफेसर अमर्त्य सेन पर विश्वभारती विश्वविद्यालय के द्वारा जमीन कब्जाने के आरोप लगाने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमर्त्य सेन का अपमान किया जा रहा है। सेन का अपमान बंगाल का अपमान है। अमर्त्य सेन का अपमान करने वालों को क्षमा मांगनी होगी। ममता बनर्जी ने कहा कि अमर्त्य सेन बंगाल के गौरव हैं। रवींद्रनाथ टैगोर, अभिजीत विनायक, अमर्त्य सेन, मदर टेरेसा ने नोबेल पुरस्कार दिलवाया है। आप क्या विश्वास करते हैं, ऐसा कभी होगा कि शांति निकेतन में जमीन दखल करेंगे? उनका परिवार 70-80 साल से बोलपुर में रह रहा है। इतने दिन तक वे (भाजपा) कहां थे।
उन्होंने कहा कि अमर्त्य सेन भाजपा की नीतियों के खिलाफ हैं, लेकिन उन्हें अमर्त्य सेन को अपमानित करने का अधिकार नहीं है। ममता बनर्जी ने कहा कि हमारा दुर्भाग्य है कि कुकत्थ, असत्य, अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया जा रहा है। मुझ पर आघात करते-करते अब बंगाल के विभूतियों का भी अपमान कर रहे हैं, जो बंगाल को अपमान कर रहे हैं, उन्हें क्षमा मांगनी होगी। उन्होंने बुद्धिजीवियों से अह्वान करते हुए कहा कि वे इसके खिलाफ एकजुट हों।
उल्लेखनीय है कि विश्वभारती विश्वविद्यालय ने एक लिस्ट जारी की गई है, जिसमें गैर-कानूनी ढंग से जमीन कब्जाने वालों के नामों का खुलासा किया गया है। इसमें अमर्त्य सेन का नाम भी शामिल है। प्रोफेसर सेन के मामले में विश्वविद्यालय ने कहा कि विश्व भारती की ओर से सेन के दिवंगत पिता को कानूनी तौर पर लीज़ पर दी गई 125 डेसीमल जमीन के अलावा 13 डेसीमल जमीन पर भी उनका अनधिकृत कब्जा है। (एजेंसी, हि.स.)
ममता ने किया था गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के अपमान : भाजपा
भारतीय जनता पार्टी ने ममता बनर्जी पर पलटवार करते हुए गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के अपमान का करने आरोप लगाया। विश्व भारती विश्वविद्यालय में शताब्दी वर्ष कार्यक्रम में ममता बनर्जी के शामिल नहीं होने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उन पर गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर का अपमान करने का आरोप लगाया है।
ममता ने दावा किया था कि उन्हें विश्वविद्यालय की ओर से शताब्दी वर्ष कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया था, जिसके जवाब में भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से आमंत्रण पत्र साझा किया है। इसमें कहा है कि गुरुदेव द्वारा स्थापित संस्था में भी आमंत्रण मिलने के बावजूद ममता लगातार झूठ बोल रही हैं। वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं और राजनीति कर रही हैं। यह गुरुदेव का अपमान है। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। (एजेंसी, हि.स.)
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