इंदौर न्यूज़ (Indore News)

शहर के कई नामचीन अमीरों ने एम वाय में इलाज कराया

  • गरीबों के अस्पताल में पैसे वालों का इलाज… बहुत ज्यादा महंगे इलाज वाली बीमारी ब्लेक फंग्स से थे पीडि़त
  • डाक्टरों से कहा- प्लीज,पहचान उजागर मत करना, शहर -समाज में बहुत इज्जत है
  • एमवाय में अब तक 780 ब्लैक फंगस पीडि़त इलाज कराने पहुंचे

इंदौर, प्रदीप मिश्रा। ब्लैक फंगस (Black Fungus)  बीमारी का इलाज इतना ज्यादा महंगा है कि इस पर खर्च होने वाले लाखों रुपए का हिसाब-किताब सुनकर मध्यमवर्गीय परिवारों के ही हाथ-पैर नहीं फूल जाते, बल्कि अमीर परिवारों तक का ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इसी वजह से शहर के कई नामचीन अमीर शहर व समाज से छुपाकर गोपनीय तरीके से एमवाय अस्पताल में भर्ती होकर इलाज कराकर घर पहुंचे।

एमवाय अस्पताल (MY Hospital) में पिछले 6 महीनों में ब्लैक फंगस से पीडि़त कई अमीर, मध्यम व गरीब वर्ग के इलाज पर सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च किए हैं। यह जानलेवा बीमारी इतनी जटिल और घातक है कि कई मरीजों ने अपनी आंखें तो किसी ने अपना जबड़ा निकलवाकर जान बचाई। डाक्टर वीपी पांडे (doctor vp pandey) के अनुसार इसका इलाज न सिर्फ बहुत महंगा है, बल्कि बीमार व बीमारी के हालात के अनुसार 15 दिन से लेकर 3 महीने, यहां तक कि कभी-कभी इसका इलाज 6 महीने तक भी जारी रहता है। एमवाय अस्पताल में कई विशेषज्ञ डाक्टरों (specialist doctors) की मौजूदगी के चलते इस घातक बीमारी से सैकड़ों पीडि़तों की जान बचाने में कामयाब हो पाए।

इलाज के दौरान 62 मरीजों की मौत
एमवाय अस्पताल अधीक्षक पीएस ठाकुर (ps thakur) ने बताया कि ब्लैक फंगस का इन्फेक्शन बड़ी तेजी से मुंह, गला, मसूड़े , नाक, आंख से लेकर मस्तिष्क तक बड़ी तेजी से फैलता है। कई मरीजों की जान बचाने के लिए आंख, जबड़ा, शरीर के कई अंगों का ऑपरेशन करना पड़ा। यहां भर्ती हुए मरीजों की 1525 इंडोस्कोपी जांचें हुईं। इसके अलावा 945 ऑपरेशन किए गए। कुछ मरीजों की तो एक या दो बार अथवा तीन बार भी सर्जरी करना पड़ी।

अब तक 780 मरीजों का इलाज
एमवाय (MY Hospital) में पिछले 6 महीने में इस घातक बीमारी से पीडि़त लगभग 780 मरीज भर्ती हो चुके हैं। इनमें से 666 मरीज ठीक होकर घर पहुंच चुके हैं। 52 मरीज अभी भी भर्ती हैं, जिनका इलाज जारी है। इनमें से 60 से ज्यादा गंभीर मरीजों की मृत्यु हो चुकी है।
ब्लैक फंगस (Black Fungus) एक जानलेवा, जटिल व घातक बीमारी है। इसका सबसे ज्यादा असर आंख, नाक, दिमाग, दांत, मसूड़ों पर पड़ता है। आंख में सूजन, नाक से ब्लड के साथ नजला बहना, सिर में बहुत तेज दर्द रहना इस बीमारी के शुरुआती लक्षण हैं। इन लक्षणों से पीडि़त मरीज को बिना देर किए तत्काल एमवाय अस्पताल (MY Hospital) आकर भर्ती होना चाहिए। इसका इलाज बहुत ज्यादा महंगा है। कई बार तो इसका इलाज महीनों तक जारी रहता है। एमवाय में सभी का इलाज सरकार के माध्यम से मुफ्त में किया जाता है।
पीएस ठाकुर, अधीक्षक, एमवाय अस्पताल, इंदौर

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