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सोमवार की रात एक सीध में आ जाएंगे शनि, पृथ्वी और सूर्य

भोपाल । सावन मास के तीसरे सोमवार यानि आज देश हरियाली अमावस्या मना रहा है, आज रात्रि में आसमान में एक खगोलीय घटना होने जा रही है। इस दौरान सौरमंडल के छटवें ग्रह शनि का पृथ्वी से सामना होगा। यह घटना सोमवार-मंगलवार की मध्यरात्रि 3 बजकर 44 मिनट पर घटित होगी। इस दौरान शनि, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में आ जाएंगे। इस खगोलीय घटना में 82 चंद्रमा वाले शनि ग्रह का बिना चंद्रमा वाली पृथ्वी से सामना होगा।

यह जानकारी रविवार को भोपाल की राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में दी। उन्होंने इस दुर्लभ खगोलीय घटना केे बारे में बताया कि सौरमंडल में सभी ग्रह अपने निश्चित कक्ष में परिक्रमा करते रहते हैं। इस दौरान इन ग्रहों का आपस में सामना भी होता है। हरियाली अमावस्या की मध्य रात्रि में शनि, पृथ्वी और सूर्य एक सीध में आने की घटना होने जा रही है। इस दौरान पृथ्वी शनि और सूर्य के बीच में आ जाएगी और तीनों एक सीध में रहेंगे। पृथ्वी के शनि और सूर्य के एक सीध में रहने की यह घटना सेटर्न एट अपोजिशन कहलाती है।

सारिका ने बताया कि अमावस्या पर पृथ्वी का चंद्रमा सूर्य की तरफ होने से सारी रात दिखाई नहीं देगा, जबकि सूर्य के सामने होने से शनि के साथ उसके सभी चंद्रमा रहेंगे। लिहाजा, बिना चंद्रमा के पृथ्वी का सामना 82 चंद्रमा वाले शनि से होगा। उन्होंने बताया कि शनि के 82 चंद्रमा बताये गए हैं। इनमें से अब तक 53 चंद्रमाओं की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 29 अन्य की पुष्टि की जा रही है।

विज्ञान प्रसारक सारिका ने बताया कि अमावस्या पर होने वाली अपोजीशन की स्थिति में इस साल शनि की पृथ्वी से दूरी सबसे कम होगी। कोरी आंख से तो यह तारे के रूप में दिखेगा, लेकिन टेलिस्कोप या अच्छे बाइनाकुलर से इसके रिंग बहुत अच्छे से देखे जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि 149 करोड़ 76 लाख किमी की दूरी पर परिक्रमा करता यह ग्रह सूर्य से इतना दूर है कि सूर्य के प्रकाश को शनि तक पहुंचने में 83 मिनट का समय लगता है। शनि इतना विशाल है कि इसके व्यास पर रखने के लिये 9 पृथ्वी की जरूरत होगी। शनि का एक दिन लगभग 11 घंटे के बराबर है, जबकि इसका एक साल पृथ्वी के 29 वर्षों से कुछ अधिक है। उन्होंने बताया कि हाईड्रोजन एवं हीलियम से बने इस गैसीय पिंड में ठोस धरातल नहीं है।

सारिका ने बताया कि रिंगों के कारण मनमोहक दिखने वाला शनि का सामना पृथ्वी से होने की अगली खगलीय घटना इसके बाद 02 अगस्त 2021 को घटित होगी।

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