- समर्थ सद्गुरु का बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण से आत्मीय मिलन द्द मां नर्मदा गौ प्रकृति संरक्षण संवर्धन पर विशेष वार्ता
जबलपुर। नर्मदा गौ संरक्षण संवर्धन के पवित्र लक्ष्य महासंकल्प को लेकर निराहार अन्न आहार का त्याग कर निर्विकार सत्याग्रह कर रहे हैं। समर्थ सद्गुरु भैयाजी सरकार विगत 390 दिनों से लगातार सत्य का आग्रह जन जागरण सेवा यात्रा सम्पूर्ण नर्मदा पथ एवं गंगा, युमना अन्य पवित्र नदियों के तीरे लगातार कर रहे है। साथ ही संत आचार्यों पर्यावरणविदों, समाजसेवियों, जनसेवकों संगठनों संस्थाओं से संवाद कर कर सत्य का आग्रह कर रहे।
सत्याग्रह जन जागरण की श्रंखला में विगत दिवस तीन दिवसीय यात्रा पर दिल्ली हरिद्वार में पंतजलि योग पीठ एवं अनुसंधान केंद्र के प्रमुख बाबा रामदेव एवं आचार्य बालकृष्ण से भावपूर्ण नदियों गौ प्रकृति संरक्षण संवर्धन पर गहन विचार विमर्श हुआ। समर्थ सद्गुरु ने विश्व की अमूल्य धरोहर मां नर्मदा पथ पर आने आत्मीय आमंत्रण दिया। प्रकृति केंद्रित जीवन शैली व्यवस्था और विकास आत्मनिर्भर भारत का आधार हमारी जीवनदायनी पवित्र नदियों अभ्यारणों को बचाने संत समाज एवं अनेक सामाजिक संस्थाओं संगठनों पर्यावरण विदों से आह्वान किया।
जीवनदायनी है मां नर्मदा
राजधानी से संस्कारधानी आने पर स्वास्थ्य परीक्षण की जांच के लिए हॉस्पिटल पहुंचे जहां चिकित्सकों ने स्वाथ्य में हो रहे बदलाव गिरावट का कारण निराहार लगातार यात्रा जन जागरण बताया। यात्रा जागरण के लिए मना किया समर्थ सद्गुरु भैयाजी सरकार ने अपने संदेश में कहा है कि मां नर्मदा हमारे जीवन के साथ हमारी व्यवस्था विकास का मूल आधार है। बड़ी तीव्रता से जहां जीवनदायनी का जीवन क्षेत्र हरित क्षेत्र धर्म सेवा विकास के नाम पर हो रहे अंधाधुंध निर्माण अतिक्रमण से खत्म हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ नर्मदा जल प्रदूषित हो रहा है। अंतिम सांस तक सत्य का आग्रह जबाबदार जिम्मेदार के साथ जन जन से होगा। ये नदियां नही करोडों जिंदगियां है विश्व की अमूल्य धरोहर के संरक्षण संवर्धन के लिए आज राष्ट्रव्यापी समग्र जन आंदोलन की बेहद आवश्यकता है। प्राण प्रण से अंतिम सांस तक सेवा प्रयास जन जागरण के लिए चलता रहूंगा।