मॉस्को । रूस की सरकार ने जर्मनी के अस्पताल में भर्ती विपक्ष के नेता एलेक्सी नेवलनी पर कथित हमले में संलिप्तता के आरोपों को एक सिरे से खारिज कर दिया है । डॉक्टरों ने कोमा में चले गए नेवलनी को लेकर एक दिन पहले कहा था कि चिकित्सीय जांचें इशारा करती हैं कि उन्हें जहर दिया गया है । वहीं, नेता के सहयोगियों का आरोप है कि क्रेमलिन के सबसे प्रमुख आलोचक की बीमारी के पीछे सरकार का हाथ है जबकि कुछ सहयोगी मांग कर रहे हैं कि इस बात की जांच की जाए कि इसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल हैं या नहीं।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस पूरे मामले पर अपनी ओर से स्पष्ट कर कहा, ‘ये आरोप बिलकुल सच नहीं हो सकते और बल्कि ये खाली शोर हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम इसे गंभीरता से बिलकुल नहीं लेना चाहते हैं।’ पेसकोव को नेवलनी की स्थिति को लेकर आपराधिक जांच शुरू करने का कोई आधार नजर नहीं आता और उन्होंने कहा कि उनकी यह स्थिति कई कारणों से हो सकती है और ऐसा कोई कारण पहले सामने आना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘अगर स्थिति के लिए जिम्मेदार कोई पदार्थ मिलता है और अगर यह निर्धारित होता है कि यह जहर देने का मामला है, तो जांच का कोई कारण होगा।’
बतादें कि नेता और भ्रष्टाचार जांचकर्ता नेवलनी, पुतिन के उग्र आलोचक हैं। वह बृहस्पतिवार को साइबेरिया से मॉस्को लौटते वक्त उड़ान के दौरान बीमार पड़ गए थे और उड़ान की आपात लैंडिंग के बाद ओम्सक शहर के अस्पताल में ले जाया गया। सप्तांहत में उन्हें बर्लिन के शेरिट अस्पताल में स्थानांतरित किया गया जहां डॉक्टरों ने सोमवार को कहा कि उनके शरीर में ‘कोलिनएस्टरेस इन्हिबिटर” के संकेत मिले हैं।
कोलिनएस्टरेस इन्हिबिटर शरीर में मुख्य रसायन, एसीटीकोलिन के टूटने को अवरुद्ध करते हैं जो मस्तिष्क की कोशिकाओं के बीच संकेतों को प्रसारित करते हैं। नेवलनी की पत्नी, यूलिया नवलनया अपने पति से मिलने रोज अस्पताल जाती हैं लेकिन उन्होंने मंगलवार को संवाददाताओं से कोई बातचीत नहीं की। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने नेवलनी के इलाज में मदद की निजी तौर पर पेशकश की और अन्य यूरोपीय अधिकारियों के साथ पूर्ण रूसी जांच की अपील की है।
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