जपोरिझिया/कीव। रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे भीषण युद्ध (The fierce war between Russia-Ukraine) में कोई भी हार मानने को तैयार नहीं है, एक तरफ जहां यूक्रेन के कई शहरों पर रूस (Russia-Ukraine War)) का कब्जा हो गया तो वहीं युक्रेन का दावा है कि हमने कुछ शहरों को रूस के कब्जे से मुक्त करा लिया है। इसी बीच खबर आ रही है कि यूक्रेन के जिन इलाकों पर रूस ने कब्जा जमाया हुआ है उन्हें अपने देश में शामिल करने के लिए क्रेमलिन जनमत संग्रह (Kremlin referendum) करा रहा है। इसे लेकर रूस ने व्यापक स्तर पर तैयारी की हुई है। यहां तक कि रूसी सैनिक घर-घर जाकर मतपेटियां लोगों के आगे कर रहे हैं ताकि वे मतदान कर सकें।
आपको बता दें कि रूस ने यूक्रेन के उन इलाकों में जनमत संग्रह शुरू कर दिया है, जहां उसका कब्जा है। यूक्रेन और पश्चिमी देशों का कहना है कि रूस इस रेफरेंडम के जरिए न सिर्फ यूक्रेन के बड़े इलाके पर अपने जबरन और अवैध कब्जे को जायज ठहराना चाहता है, बल्कि सारी दुनिया को यह भी दिखाना चाहता है कि कब्जे वाले इलाकों की जनता दरअसल उसके साथ है। रूस पर अपने कब्जे वाले इलाके की यूक्रेनी जनता को इस रेफरेंडम में हिस्सा लेने के लिए मजबूर करने और अपने सैनिकों के जरिए उन पर दबाव डालने के आरोप भी लग रहे हैं। ये रेफरेंडम यूक्रेन के लुहांस्क, जापोरिज्जिया और दोनेत्स्क क्षेत्रों में कराया जा रहा है।
रूस के कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्रों में मॉस्को प्रायोजित जनमत संग्रह के बीच, रूसी सेनाओं ने शनिवार को यूक्रेन के शहरों पर ताजा हमले किए। इन हमलों में रूस ने निपर रिवर शहर को निशाना बनाया। रूसी सेनाओं ने यूक्रेन के दूसरे इलाकों को भी निशाना बनाते हुए आवासीय इमारतों पर हमले किए।
इसी बीच जपोरिझिया के गवर्नर ओलेक्सांद्र स्तारुख ने कहा कि निपर रिवर शहर में एक मिसाइल एक इमारत पर गिरने से एक नागरिक की मौत हो गई। इस बीच, ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस ने उत्तर-पूर्वी यूक्रेन में सिवरस्की दोनेस्क नदी पर बने पेचेनिहि बांध पर भी हमले किए हैं। इससे पहले भी कृवि रिह के पास एक जलाशय पर बने बांध पर हमला किया गया था जिससे इनहुलेट्स नदी में बाढ़ आ चुकी है। जबकि यूक्रेन की सेनाएं दोनों नदियों के पास धारा की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।
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