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ऋषि सुनक ने इंग्लैंड को संकट से निकालने की ली शपथ, कहा- आर्थिक संकट से निपटने के लिए करूंगा खास प्रयास


लंदन। कंजरवेटिव पार्टी का नेता चुने जाने के लिए भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने सप्ताहांत के अपने सघन अभियान की शुरुआत कर दी है। शनिवार को उन्होंने शपथ ली कि पीएम का ओहदा मिला तो वह इंग्लैंड को संकट से निकालेंगे।

‘द टाइम्स’ के साथ साक्षात्कार में पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि देश के सामने मौजूद गंभीर आर्थिक संकट से निपटने के लिए खास प्रयास करने जरूरी हैं। मैं सरकार का हिस्सा रह चुका हैं और नहीं लगता कि व्यवस्था उतना बेहतर काम कर रही है, जितना करना चाहिए। मैं जिन चुनौतियों की बात कर रहा हूं, वे पुरानी नहीं हैं। हाल-फिलहाल में ही सामने आई हैं। अब ये हमारे सामने मुंह बाए खड़ी हैं। सामान्य प्रयासों से यह जाने वाली नहीं। इसलिए जिन दिन से मैं कार्यभार संभालूंगा, इनसे निपटने के लिए खास प्रयास शुरू करूंगा।

ऋषि सुनक और लिज ट्रस में खुद को मार्गरेट थेचर का अनुयायी साबित करने की होड़
1980 के दशक में इंग्लैंड की प्रधानमंत्री रही मार्गरेट थेचर के पूर्वी इंग्लैंड स्थित गृह नगर ग्रैंथम में भाषण से पहले दोनों प्रतिद्वंद्वियों ऋषि सुनक और लिज ट्रस में खुद को उनका अनुयायी साबित करने की होड़ है। मकसद कंजरवेटिव पार्टी के परंपरागत वोटों को लुभाना है। बैंकर से राजनीतिज्ञ बने ऋषि सुनक बताते हैं कि किस तरह परिवार के फार्मेसी कारोबार से मिले परंपरागत मूल्यों ने उन्हें भीतर तक प्रभावित किया है। उनका कहना है कि मैं एक किचन-टेबल वाले मूल्यों के साथ बड़ा हुआ हूं। मेरी मां एक छोटा कारोबार चलाती थीं। मार्गरेट थैचर हमेशा परिवार के बजट की बात करती थीं। हम ध्यान रखते हैं कि अपने बच्चों और नाती-पोतों के लिए क्या छोड़कर जाने वाले हैं। धन सबसे ज्यादा रूढ़िवादी मूल्य है। हम इसका पालन नहीं करते तो मुझे नहीं पता कि कंजरवेटिव पार्टी का अर्थ क्या है।


राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा का होगा बेहतर प्रबंधन
मुद्रास्फीति से राष्ट्रीय संकट की तरह निपटने के अलावा सुनक ने कहा कि उनका ध्यान राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) में करदाता से मिले धन का बेहतर इस्तेमाल होगा। यह मेरे लिए व्यक्तिगत मुद्दा है, क्योंकि मेरे दादाजी हाल ही में एनएचएस अस्पताल से बाहर आए हैं। एनएचएस सेवा पाने के लिए इंतजार हम सभी के लिए व्यक्तिगत मुद्दा है। परिवार के तौर पर पिछले कुछ सप्ताह में हम काफी चिंतित रहे हैं। वह हमारे परिवार के एकमात्र बुजुर्ग हैं। स्वास्थ्य सेवा पाने के लिए लाखों लोगों का इंतजार करना मुझे स्वीकार्य नहीं है।

परिवार से दूर होना खलता है, रोज करते हैं वीडियो कॉल
यॉर्कशायर स्थित रिचमंड के सांसद सुनक ने स्वीकार किया कि चुनाव अभियान के दौरान उन्हें परिवार से दूर रहना खलता है। वह कहते हैं, मैं जो कुछ हूं, परिवार के कारण। अब वे यार्कशायर में हैं और मैं यहां। ऐसे में उन्हें बहुत याद करता हूं। हम रोज वीडियो कॉल करते हैं। इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता से विवाह करने वाले सुनक कहते हैं, हालांकि यह काफी नहीं है, लेकिन उन्हें भी इसकी आदत हो गई है। प्रधानमंत्री के तौर पर मैं परिवारों का सर्वाधिक समर्थन करूंगा। परिवार वह करता है, जो कोई सरकार नहीं कर सकती। उनके प्यार, सहयोग, त्याग और दया के बिना मैं यहां नहीं होता।

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