कीव । रूसी बमबारी (Russian Bombing) , मिसाइल और रॉकेट हमलों (Missile-rocket attacks) से यूक्रेन (Ukraine) में मानवीय संकट और गहराता जा रहा है। कीव के पास क्वित्नेव कस्बे में फ्रोजन खाद्य पदार्थों के गोदाम पर भी पांच रॉकेट दागे गए। नतीजे में आसपास के इलाकों (Residential Areas) के लिए खाद्य सप्लाई का एक महत्वपूर्ण डिपो पूरी तरह जलकर राख हो गया। दरअसल, युद्ध क्षेत्र से नागरिकों को निकलने देने के लिए मानव गलियारे बनाने के एलान के बावजूद रूसी फौज ( Russian Military) की आवासीय इलाकों (Residential areas) पर भीषण बमबारी (Heavy Bombing) ने हालात और खराब कर दिए हैं।
यूक्रेन की उपप्रधानमंत्री आईइरिना वेरेसचुक ने कहा, बमबारी के कारण नागरिकों को बचाकर निकलना और मुश्किल होता जा रहा है। आइरिना ने कहा, लोगों की सुरक्षित निकासी के लिए आपसी सहमति से मानव गलियारे खोले गए थे, लेकिन बीते दो दिनों से रूसी हमला तेज हो गया है। हालांकि जेलेंस्की के एक सलाहकार ने बताया कि नागरिकों को लेने के लिए 79 बस और दो ट्रक सुमी रवाना हुए हैं। इसी तरह जैपोरिझिया से मैरियूपोल के लिए भी बसें व ट्रक भेजे गए हैं।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने रूसी घेराबंदी के कारण बुरी स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि मैरियूपोल में गोलाबारी के कारण बाहर निकल पाने में नाकाम लोगों के बीच अब जरूरी चीजों के लिए मारपीट शुरू हो गई है। रूसी सेना ने यूक्रेन के वेसिलकीव में एक सैन्य एयरबेस को 8 मिसाइलें दागकर नष्ट कर दिया है। वहीं कीव में एक तेल डिपो व एक हथियार डिपो भी तबाह हो गया है। यूक्रेन ने कहा, रूसी हमले में 79 बच्चों की मौत हुई है।
दुनिया के बड़े कृषि उत्पादक यूक्रेन ने हमले के चलते खाद के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। यूक्रेन गेहूं, मक्का और सूरजमुखी तेल जैसे प्रमुख उत्पादों का निर्यात पहले ही प्रतिबंधित कर चुका है। देश के कृषि मंत्रालय ने कहा, मिनरल उर्वरकों के निर्यात के लिए कोटा शून्य कर दिया है। यह प्रतिबंध नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाशियम एवं अन्य जटिल उर्वरकों पर लागू होगा।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने यूरोप व अफ्रीका में खाद्य आपूर्ति को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा, युद्ध ने यूरोप को पहले ही अस्थिर कर दिया है। यह 12 से 18 माह में और भी खराब हो सकता है। राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि यदि शरणार्थियों का बोझ बढ़ा तो हालात और भी बदतर हो जाएंगे। संयुक्त राष्ट्र ने यूक्रेन में युद्ध से खाद्य कीमतों में 20 फीसदी वृद्धि की आशंका जताई है। इससे वैश्विक स्तर पर खाद्य और उसकी कीमतों में 8 से 22 फीसदी की वृद्धि हो सकती है।
यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस को आर्थिक व राजनीतिक मोर्चे पर घेरने के लिए पश्चिमी देशों ने प्रतिबंधों की झड़ी लगा दी है। अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने रूस का सर्वाधिक तरजीह वाले राष्ट्र का दर्जा खत्म करने की घोषणा कर दी है। अमेरिका ने सीफूड, शराब और हीरों का कारोबार भी रोकने का एलान किया है। वहीं, अमेरिका ने यूरोप में सैनिकों की तैनाती शुक्रवार को बढ़ा दी। 130 और जवानों को नाटो सहयोगियों की मदद के लिए भेजा गया है। एजेंसी
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, यदि रूस सीजफायर की घोषणा करता है तो वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से इस्राइल में वार्ता कर सकते हैं। जेलेंस्की ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में कहा, मैंने इस्राइली पीएम नफ्ताली बेनेट को कह दिया है कि येरुसलेम में पुतिन से मिलने के लिए तैयार हूं। बेनेट दोनों संघर्षरत देशों के बीच मध्यस्थता का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले मॉस्को की यात्रा कर पुतिन से भेंट की थी और उसके बाद कई बार जेलेंस्की से फोन पर बात कर चुके हैं। उन्होंने मध्यस्थता की पेशकश के तहत जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी बात की है।
जेलेंस्की ने एक बार फिर यूक्रेन में उड़ान वर्जित क्षेत्र बनाने से मना करने के लिए नाटो की निंदा की। उन्होंने कहा कि अब यूक्रेन सहयोगी देशों से वायु रक्षा प्रणाली खरीदने का प्रयास कर रहा है। हालांकि उन्होंने इसके बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी। जेलेंस्की ने कहा कि रूस कीव पर सिर्फ तभी कब्जा कर सकता है, जब हम सभी को मार डाले। उन्होंने कहा, यदि यही उनका लक्ष्य है तो उन्हें आने दीजिए। यदि वे कारपेट बॉम्बिंग करते हैं और इस क्षेत्र की सारी ऐतिहासिक यादों को मिटा देते हैं, कीव का इतिहास मिटा देते हैं, यूरोप का इतिहास मिटा देते हैं, तब वो कीव में प्रवेश कर सकते हैं लेकिन तब इस धरती पर वो अकेले होंगे, हम नहीं होंगे। जेलेंस्की ने कहा, यदि वे दस लाख रूसियों को लाते हैं तब भी यूक्रेन पर कब्जा नहीं कर सकते।
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