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रूस की S-400 मिसाइल: अमेरिका ने तुर्की पर लगाए बैन, भारत को लेकर कही ये बात

नई दिल्ली: अमेरिका ने रूस से S-400 मिसाइल प्रणाली खरीदने के लिए सोमवार को तुर्की पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस खरीद से नाराज अमेरिका ने तुर्की के रक्षा उद्योगों और उसके अध्‍यक्ष समेत तीन अन्‍य अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाया है। अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने एक जारी बयान में कहा है कि मुस्‍तफा डेनिज, सेरहाट गेनकोग्‍लू और फारुक यिजिट पर लगाया गया है। ये सभी रक्षा उद्योग के अध्‍यक्ष पद से संबंधित है।

केवल इतना ही नहीं अमेरिका ने भारत समेत उन देशों को आगाह भी किया है, जो S-400 खरीदने की इच्छा रखते हैं। जानकारी के लिए आपको बता दें कि रूस की S-400 मिसाइल प्रणाली खरीदने के लिए भारत समेत कई देश इच्छुक हैं। भारत की बात की जाए तो देश के साथ रूस की डील भी तय हो चुकी है और अब S-400 की केवल आपूर्ति होना बाकी है। रूस ने कहा था कि वह तय समय के भीतर ही भारत को इस मिसाइल सिस्‍टम की आपूर्ति कर देगा।

एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली की बात की जाए तो 13 साल पहले 2007 में इसे रूस की सेना में शामिल किया गया था। एस-400 दुनिया का सबसे बेहतरीन मिसाइल डिफेंस सिस्टम है। रूस ने सबसे पहले तुर्की को इसकी आपूर्ति की थी। रूस ने इसे सीरिया में भी तैनात किया हुआ है। वहीं रूस, चीन और तुर्की के बाद भारत चौथा देश बन जाएगा जिसके पास यह मिसाइल सिस्टम होगा। एस-400 के लिए भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक समझौता अक्टूबर 2018 में हुआ था।

बता दें कि इससे पहले भी एस-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को लेकर अमेरिका भारत पर दबाव बना रहा था कि वो इस सौदे को रद्द कर दे। अमेरिका ने भारत को पांबदी की भी चेतावनी दी थी। लेकिन अमेरिका के दबाव के आगे भारत नहीं झुका और रूस के साथ यह डील की। एस-400 मिसाइल सिस्टम से भारत को रक्षा कवच मिल जाएगा। यह किसी भी मिसाइल हमले को ध्वस्त कर सकता है। इस सिस्टम से भारत पर होने वाले परमाणु हमले का भी जवाब दिया जा सकेगा। यह डिफेंस सिस्टम भारत के लिए चीन और पाकिस्तान की न्यूक्लियर सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों से कवच की तरह काम करेगा। यहां तक कि यह सिस्टम पाकिस्तान की सीमा में उड़ रहे विमानों को भी ट्रैक कर सकेगा। तो चलिए जानते हैं कि क्या है इस मिसाइल सिस्टम की खूबियां-

एस-400 मिसाइल एक बार में 36 निशाने भेद सकती है और एक साथ 72 मिसाइल छोड़ सकती है। इस एयर डिफेंस सिस्टम को कहीं लेकर जाना बहुत आसान है, क्योंकि इसे 8X8 के ट्रक पर माउंट किया जा सकता है। एस-400 को नाटो द्वारा एसए-21 Growler लॉन्ग रेंज डिफेंस मिसाइल सिस्टम भी कहा जाता है। एस-400 50 डिग्री से लेकर-70 डिग्री तक तापमान में काम करने में सक्षम है। इस मिसाइल को नष्ट कर पाना दुश्मन के लिए बहुत मुश्किल है, क्योंकि इसकी कोई फिक्स पोजिशन नहीं होने की वजह से आसानी से डिटेक्ट नहीं किया जा सकता है।

एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम में चार तरह की मिसाइल होती हैं जिनकी रेंज 40, 100, 200, और 400 किलोमीटर तक होती है। यह सिस्टम 100 से लेकर 40 हजार फीट तक उड़ने वाले हर टारगेट को डिटेक्ट और नष्ट कर सकता है। इसके साथ ही प्रणाली में लगा रडार 600 किलोमीटर दूर से अपने लक्ष्य को देख सकता है। एस-400 की तुलना अमेरिका की पैट्रिऑट एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल और एंटी-एयक्राफ्ट मिसाइल से सिस्टम से की जाती है। इस मिसाइल सिस्टम को जमीन से हवा में मार करने वाला दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है।

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