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‘जलती बस में शीशे तोड़कर बचाई जान’, हादसे के जिंदा बचे लोगों ने सुनाई खौफनाक दास्तां

मुंबई। महाराष्ट्र में हुए भीषण बस हादसे में बचे एक व्यक्ति ने बताया कि वह और कुछ अन्य लोग बस की पिछली खिड़की तोड़कर बाहर निकले, जिससे उनकी जान बच गई। बता दें कि महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में बीती रात हुए दर्दनाक सड़क हादसे में बस में आग लगने से 26 यात्री जिंदा जल गए। यह हादसा नागपुर से पुणे के बीच समृद्धि एक्सप्रेसवे पर देर रात करीब डेढ़ बजे हुआ।

हादसे में जिंदा बचे एक यात्री ने बताया कि ‘बस का टायर फट गया था और हादसे का शिकार होते ही बस में आग लग गई। कुछ ही मिनट में आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया। मैं और मेरे साथ बैठे एक अन्य यात्री ने किसी तरह बस की पिछली खिड़की को तोड़ा और बाहर निकल गए।’ हादसे में जिंदा बचे व्यक्ति ने बताया कि ‘पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंच गईं थी। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि हादसे के बाद 4-5 लोग जलती बस से बाहर आने में सफल रहे थे लेकिन बाकी लोग बाहर नहीं निकल सके।’


हादसे में बचे एक व्यक्ति ने बताया कि उन्होंने बस से बाहर आकर सड़क पर गुजर रहे अन्य वाहनों से मदद की गुहार लगाई थी लेकिन किसी ने भी अपना वाहन नहीं रोका। एक स्थानीय ने बताया कि ‘पिंपलखुटा के इस रूट पर कई हादसे होते हैं। हमें मदद के लिये बुलाया गया तो हम मौके पर पहुंचे लेकिन यहां का मंजर खौफनाक था। बस के भीतर मौजूद लोग खिड़की तोड़ने का प्रयास कर रहे थे। हमने देखा कि लोग जिंदा जल गए…आग इतनी भीषण थी कि हम कुछ नहीं कर सके। हम रो रहे थे।’

चश्मदीद ने बताया कि हाइवे से गुजर रहे वाहन अगर रुकते तो कई लोगों की जान बच सकती थी। हादसे में घायल हुए आठ लोगों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत स्थिर है। हादसे के समय बस में 33 लोग सवार थे, जिनमें से 26 लोगों की जलकर मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस बांयी तरफ पलटी, जिसकी वजह से उसका दरवाजा नीचे आ गया और बस में सवार लोग बाहर नहीं निकल सके। हादसे के बाद बड़ी मात्रा में डीजल सड़क पर फैल गया, जिससे बस में आग लग गई।

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