नई दिल्ली। भारत में बाजार नियामक संस्था (Market regulatory body in India) सेबी (Sebi) ने छह कथित वित्तीय सलाहकार निकायों (So-called financial advisory bodies) को प्रतिबंधित कर दिया है। जिन निकायों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनमें अस्मिता पटेल ग्लोबल स्कूल और फाइनेंस इंफ्लुएंसर (Asmita Patel Global School and Finance Influencer) अस्मिता पटेल (Asmita Patel) का नाम भी शामिल है। इन निकायों पर आरोप हैं कि इन्होंने बिना पंजीकरण कराए लोगों को निवेश सलाह दी और इन सेवाओं के जरिए इन निकायों ने 53 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जुटाई।
सेबी ने गुरुवार को इन फाइनेंस इंफ्लुएंसर्स अस्मिता ग्लोबल स्कूल ऑफ ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड, अस्मिता जिंदल पटेल, जितेश जेठालाल पटेल, किंग ट्रेडर्स, जैमिनी एंटरप्राइजेज, यूनाइटेड एंटरप्राइजेज को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था।
वित्तीय सलाहकारों पर क्या हैं आरोप
सेबी ने नोटिस में इन छह निकायों से पूछा है कि उनसे क्यों न करोड़ों रुपये की वसूली की जाएं। आरोप है कि इन कथित वित्तीय सलाहकारों और निकायों ने लोगों को गुमराह कर उन्हें ट्रेडिंग संबंधी कोर्स में दाखिला दिलाया और बाजार को लेकर लोगों से झूठे वादे किए। अस्मिता पटेल ने खुद को बाजार की बड़ी जानकार के रूप में पेश किया और बड़े-बड़े वादे किए और दावा किया जा रहा है कि इन्होंने एक लाख से ज्यादा लोगों को शेयर बाजार के बारे में जानकारी देने के बदले मोटी कमाई की। लोगों को विशेष स्टॉक में ही निवेश के लिए लालच दिया गया।
सेबी के आदेश में कहा गया है कि इन इकाई के कृत्यों से यह स्पष्ट है कि इन्होंने शिक्षा प्रदान करने के बहाने छात्रों/निवेशकों/प्रतिभागियों को निवेश सेवाएं प्रदान कर रहीं थी और इन्होंने प्रतिभागियों से फीस के रूप में 53 करोड़ रुपये इकट्ठा किए।
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