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स्पाइसजेट ने पायलटों के वेतन में किया इजाफा, नवंबर से मिलेगी डबल सैलरी

नई दिल्ली: स्पाइसजेट ने दिवाली से पहले अपने पायलटों को बंपर तोहफा दिया है. विमानन कंपनी ने पायलटों की सैलरी स्ट्रक्चर में बदलाव करते हुए उनकी मासिक सैलरी को डबल करने की घोषणा की है. बता दें कि स्पाइसजेट ने 80 घंटे की उड़ान के लिए अपने मासिक पारिश्रमिक को लगभग 55 प्रतिशत बढ़ाकर 7 लाख रुपये कर दिया है. वेतन में बढ़ोतरी 1 नवंबर से लागू की जाएगी.

नवीनतम बढ़ोतरी के बाद, स्पाइसजेट में कैप्टन का वेतन उनके पूर्व-कोविड वेतन की तुलना में अधिक होगा. ट्रेनर और सीनियर फर्स्ट ऑफिसर के वेतन में भी “अनुपात के अनुसार” वृद्धि की गई है. इससे पहले स्पाइसजेट के कर्मचारियों ने दावा किया था कि जुलाई महीने के लिए फ्लाइट क्रू सहित कर्मचारियों के वेतन के वितरण में देरी हुई थी और कई को वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए भी फॉर्म 16 प्राप्त करना बाकी था.

लगातार सैलरी में कर रही इजाफा
स्पाइसजेट ने कहा कि वह पायलटों के मूल वेतन में लगातार वृद्धि कर रही है. अगस्त की तुलना में, सितंबर के वेतन में ट्रेनर के लिए 10 प्रतिशत तक और कप्तानों तथा फर्स्ट ऑफिसर के लिए 8 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी. अक्टूबर से कैप्टन और फर्स्ट ऑफिसर्स के वेतन में 22 प्रतिशत की और वृद्धि की गई है. सूचना के अनुसार, एयरलाइन को सरकार से ऋण गारंटी योजना के तहत धन की पहली किस्त मिली है जिसके बाद उसने अपने पायलटों एक वर्ग के वेतन में बढ़ोतरी का फैसला किया है.


80 सदस्यों को भेजा छूट्टी पर
एयरलाइन ने अपने चालक दल के 80 सदस्यों को सितंबर माह में अगले तीन महीने के लिए बिना वेतन छुट्टी पर भेज दिया था. इसके अलावा नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने स्पाइसजेट पर 50 प्रतिशत उड़ानों के अंकुश को 29 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है. एयरलाइन के सूत्रों ने दो सितंबर को बताया था कि सरकार की आपात ऋण सुविधा गारंटी योजना (ECLGS) के तहत एयरलाइन को लगभग 225 करोड़ रुपये प्राप्त होने की संभावना थी.

स्पाइसजेट के उड़ान परिचालन के प्रमुख कैप्टन गुरचरण अरोड़ा ने सूचना में कहा कि एयरलाइन को केंद्र सरकार की ईसीएलजीएस योजना के तहत ऋण के लिए मंजूरी मिल गई है. इसकी पहली किस्त प्राप्त हो चुकी है. हालांकि, उन्होंने पहली किस्त में प्राप्त राशि का उल्लेख नहीं किया.

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