सूरत/अहमदाबाद । सरकार ने गायकवाड़ शासन में शुरू हुई सूरत के आदिवासी इलाकों की जीवन रेखा कहलाने वाली नैरो गेज ट्रेन हमेशा के लिए बंद करने की घोषणा कर दी है।
सरकार ने नैरो गेज ट्रेन को हमेशा के लिए बंद करने का फैसला किया है। कोसंबा से उमरपाड़ा तक एक नैरो गेज ट्रेन चलती थी। यह ट्रेन आदिवासी क्षेत्र के गरीब लोगों के लिए एक वरदान थी। इस ट्रेन के बंद होने से मांगरोल और उमरपाड़ा के गरीब लोगों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
इस क्षेत्र में इस नैरो गेज ट्रेन को गायकवाड़ के शासन में शुरू किया गया था और तब से यह बिना रुके चल रही थी। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले इस ट्रेन का संचालन बंद कर दिया गया। सरकार के इस फैसले से क्षेत्र के लोगों में नाराजगी फैल है।
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