बड़ी खबर राजनीति

सुरजेवाला का प्रधानमंत्री पर तंज, देश का पेट भरने वाले किसान अनशन पर और कितने अच्छे दिन लाएंगे?

नई दिल्ली। केंद्र की सत्ता में भाजपा के काबिज होने के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘अच्छे दिन लाने’ की बात कही थी, जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने सरकार पर जमकर हमला बोला था। अब पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक बार फिर ‘अच्छे दिन’ के जुमले को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी बताएं कि और कितने अच्छे दिन लाएंगे, आज स्थिति ये आ गई है कि देश का पेट भरने वाले अन्नदाता ही अनशन पर हैं।

हक की लड़ाई लड़ रहे किसानों द्वारा अनशन रखने को लेकर कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “73 सालों में ये भी पहली बार है कि देश का पेट भरने वाला किसान पूरे देश में अनशन पर है। आखिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी और कितने अच्छे दिन लाएंगे।” उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात में जरूरी है कि सरकार चुनावी फायनेंसरों से हाथ छुड़ा, अन्नदाताओं का हाथ थामे। उनके आंसूं पोंछे और माफी मांगते हुए तीनों काले कृषि कानून को खत्म करे। सरकार के इस एक फैसले से ही खुशहाल भारत की कल्पना संभव है।

दरअसल, नए कृषि क़ानूनों को लेकर मोदी सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ रहे किसान आज एक दिन की भूख हड़ताल पर हैं। किसानों का कहना है कि जब शान्तिपूर्ण प्रदर्शन से सरकार को फर्क नहीं पड़ रहा तो अब वे अनशन करेंगे। उनका यह भी कहना है कि इसके बाद भी सरकार ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया तो वे 19 दिसम्बर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेंगे। इसके अलावा किसानों ने दिल्ली-जयपुर हाईवे पर भी डेरा डाला हुआ है, जिन्हें दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए हरियाणा-राजस्थान की सीमा पर पड़ने वाले रेवाड़ी बॉर्डर पर पुलिस ने बड़े-बड़े पत्थर रख बैरिकेडिंग लगाई हुई है।  (एजेंसी, हि.स.)

Share:

Next Post

आतंकियों ने PDP नेता के घर किया हमला, PSO की हुई मौत

Mon Dec 14 , 2020
श्रीनगर। कश्मीर में आतंकियों का खौफ बरकरार है। राजनैतिक दलों के नेताओं पर हमले जारी है। बीजेपी नेताओं के बाद अब पीडीपी नेता के यहां भी आतंकियों ने हमला किया। जिसमें निजी सुरक्षा गार्ड घायल हुआ था, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। इस बीच हमलावरों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी […]