वॉशिंगटन। अमेरिका (America.) और कोलंबिया (Colombia.) के बीच तख्तापलट (Coup d’état.) के आरोपों को लेकर टकराव बढ़ गया है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के देश से अपने राजदूतों को बुला लिया है। अमेरिका ने सबसे पहले गुरुवार को अपने राजदूत जॉन मैकनामारा (Ambassador John McNamara) को वापस बुलाया। विदेश विभाग के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा, “कोलंबिया सरकार के उच्चतम स्तरों से निराधार और निंदनीय बयान आए हैं।” इसके कुछ ही घंटों के भीतर, कोलंबिया (Colombian) के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो (President Gustavo Petro) ने घोषणा की कि वे जवाब में वॉशिंगटन डीसी में अपने शीर्ष राजनयिक को वापस बुला रहे हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में, एल पैस अखबार ने बताया कि कोलंबिया के पूर्व विदेश मंत्री अल्वारो लेवा ने अमेरिका में ट्रंप प्रशासन के करीबी सलाहकारों से मुलाकात की और पेट्रो को बाहर करने की योजना के लिए उनका समर्थन मांगा। यह स्पष्ट नहीं है कि मैकनामारा की वापसी इन दावों से संबंधित है या नहीं। यह कूटनीतिक विवाद गुरुवार को कोलंबिया के विदेश मंत्री के इस्तीफे के तुरंत बाद हुआ है। पेट्रो की पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ लौरा साराबिया ने एक्स पर लिखा, “हाल के दिनों में, ऐसे निर्णय लिए गए हैं जिनसे मैं सहमत नहीं हूं और व्यक्तिगत ईमानदारी और संस्थागत सम्मान के कारण, मैं उनका समर्थन नहीं कर सकती।”
दोनों देशों में आई द्विपक्षीय संबंधों में तेजी से गिरावट से पहले, कोलंबिया अमेरिका के सबसे करीबी भागीदारों में से एक था। दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र में अभियोजकों ने इस सप्ताह कोलंबियाई और अमेरिकी राजनेताओं की मदद से पेट्रो को उखाड़ फेंकने की कथित साजिश की जांच शुरू की। राष्ट्रपति पेट्रो ने सोमवार को कहा, “यह ड्रग तस्करों और जाहिर तौर पर कोलंबियाई और अमेरिकी चरम दक्षिणपंथियों के साथ एक साजिश से ज्यादा कुछ नहीं है।”
गुरुवार को बोगोटा में एक भाषण के दौरान, पेट्रो ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो, जिन्हें उन्होंने पहले कथित तख्तापलट के प्रयास से जोड़ा था, उनकी सरकार के खिलाफ तख्तापलट की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास नहीं है कि एक सरकार जिसका दुश्मन ईरान है और जिस पर परमाणु हथियार तान दिए गए हैं … वह कोलंबिया में तख्तापलट की कोशिश शुरू कर देगी।”
इस साल जनवरी के आखिरी में अमेरिका ने कोलंबियाई शरणार्थियों और प्रवासियों को उनके वतन वापस भेजने के लिए अमेरिकी सैन्य विमानों को अनुमति देने से पेट्रो के इनकार के प्रतिशोध में कुछ समय के लिए वाणिज्य दूतावास सेवाएं निलंबित कर दी थीं। पेट्रो ने अमेरिका पर उनके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार करने, उन्हें बेड़ियों और हथकड़ियों में जकड़ने का आरोप लगाया।
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