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सॉफ्टवेयर के चलते सुनवाई में आई समस्या से परेशान चीफ जस्टिस बोलें- जजों को किया जा रहा टॉर्चर

चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि जजों को प्रताड़ित किया जा रहा है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में कोरोना (corona) के चलते वर्चुअली सुनवाई (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए) हो रही है। वर्चुअली सुनवाई के लिए पिछले 17 महीने से सुप्रीम कोर्ट में जिस सॉफ्टवेयर के जरिए सुनवाई हो रही है, उसमें कुछ ना कुछ समस्या आती रहती है, ऐसे में शुक्रवार को सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रमन्ना का भी धैर्य जवाब दे गया।

दरअसल, शुक्रवार को सुनवाई के दौरान ऑडियो वीडियो (audio video) में प्रॉब्लम आई। इस पर चीफ जस्टिस ने टेक्निकल टीम को फटकार लगाते हुए कहा, ये क्या हो रहा है? हमें पता ही नहीं क्या चल रहा है, कौन क्या कह रहा है? इतनी आवाजें एक साथ आ रही हैं, हम कुछ समझ नहीं पा रहे हैं। ये बहुत कनफ्यूजिंग है।



दूसरे कोर्ट से आ रही थी वकील की आवाज
बताया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट की टेक्निकल टीम की ओर से विकसित पिछले सॉफ्टवेयर सिस्टम को हटाकर नया वेबेक्स सिस्टम लगाया गया। शुक्रवार को टेक्निकल गलती के चलते चीफ जस्टिस की कोर्ट में वीडियो उनके वकील का चल रहा था, जबकि आवाज दूसरे कोर्ट में बहस कर रहे वकील की आ रही थी।

हम टॉर्चर हो रहे- चीफ जस्टिस
चीफ जस्टिस (chief Justice) ने परेशान होकर कहा, रोज या तो कुछ ना कुछ तकनीक में समस्या आती है, या सिस्टम में समस्या आती है। हम टॉर्चर हो रहे हैं। ये सिस्टम सही नहीं है। पुराना सिस्टम ही ठीक था। उसे ही लगाओ। सुप्रीम कोर्ट में नया वेबेक्स सिस्टम इस्तेमाल करने की शुरुआत ही चुकी है। सबसे पहले जस्टिस चंद्रचूड़ की कोर्ट में इसे ट्रायल के तौर पर इस्तेमाल किया गया। धीरे धीरे सभी कोर्ट में इसके इस्तेमाल की योजना पर काम चल रहा है।

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