भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

कॉलेज के ये बच्चे खुद बना रहे हैं लज़ीज़ खाने, खाएंगे तो तारीफ करते रहे जाएंगे

आजकल के नोजवान बच्चों के बारे में अक्सर ये कहा जाता है कि ये पूरी नस्ल फास्ट फूड खा खा के अपनी सेहत से खिलवाड़ कर रई है। जिसे देखो वो नूडल, पित्ज़ा बर्गर चाउमीन जैसे जंक फूड का दीवाना हुआ जा रिया हेगा। नोजवान नस्ल पे ये इल्ज़ाम भी लगाया जाता है के वो घर मे चाय बनाना तक नहीं जानते। न उने दाल-चावल जैसी सिंपल चीजें बनाना आता है। लेकिन तस्वीर का दूसरा पहलू काफी उम्मीद जगाता है। सूरमा कल शाम लाल परेड मैदान में चल रय इंटरनेशनल वन मेले में तफरीह करने गया तो उसे अलग ही मंजऱ नजऱ आया। यहां के फ़ूड जोन में भोपाल के चार पांच आयुष मेडिकल कालेजों के स्टूडेंट्स ने खानपान के स्टाल लगाए हैं। इनमे छात्र ओर छात्राएं दोनो ही शामिल हैं। खास बात ये है साब के कॉलेजों के ये बच्चे अपनी अपनी स्टाल पे खुद खाना तैयार कर रहे हैं।


कोई मंगोड़ों और भजियों के लिए मूँग की दाल और बेसन घोल रहा है तो कोई गाजर का हलवा और लोकी की बर्फी तैयार कर रहा है। ये बच्चे भोत लज़ीज़ पापड़ कोन, आयुष मोमोज़ भी बना रहे हैं। सूरमा ने अपनी सुरमेदानी के साथ इन मेडिकल कालेजों के बच्चों के बनाए शकरकंद टिकिया, मूंगदाल के चीले, गुड़ मिष्ठान, पान शर्बत, पान लड्डू, भेल और कुल्लड़ चाय का लुत्फ लिया। जो छात्र या छात्रा जिस डिश को बनाने में माहिर है उससे वो डिश बनवाई जा रही है। कोई प्याज़ काट रहा है रो कोई हरि मिर्च या आलू छील रहा है। मसालों को एक मिक़दार के साथ मिला के उसे बेहतरीन अंदाज़ में ये बच्चे परोस रहे हैं। जो कालेज छात्र कुछ बनाना नहीं जानते उन्हें ये आइटम बेचने और केश काउंटर संभालने के काम पे लगाया गया। बुज़ुर्ग ग्राहकों को ये बच्चे खुद उनकी टेबल तक खाना पहुंचा रहे थे। काउंटर के बाहर खड़े स्टूडेंट्स के हाथों में मेनू थमा दिए गए थे। वे ग्राहकों से बड़े इसरार के साथ उनकी बनाई डिश खाने को कह रहे थे। फिर जब कालेज के बच्चे जहां जमा हो जाएं तो माहौल में मौज मस्ती का तड़का लग ही जाता है। सभी स्टूडेंट अपने कॉलेज की यूनिफार्म में थे। खुद खाना बनाने के सवाल पे एक स्टुडेंट अजय ने बताया कि उसने पढ़ाई के दौरान ही खाना बनाना सीखा है। इन बच्चों ने बताया कि हमारे कालेज ने हमे ये स्टॉल्स निशुल्क मुहैया कराई है। बाकी खानपान की सामग्री हमे जुटानी होती है। इसका प्रॉफिट हम लोग आपस मे बांटेंगे। अच्छा पिरयोग है साब। मुबारक हो।

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