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लकवाग्रस्‍त मरीजों की बेजान मांसपेशियों में जान भरेगी ये पट्टी

बढ़ती उम्र के साथ मांसपेशियों में कमजोरी और जोड़ों में दर्द की शिकायत आम बात है। मगर अब वैज्ञानिकों ने इस दर्द से तुरंत राहत देने वाला प्रभावी तरीका ढूंढ लिया है। ब्रिटेन स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के विशेषज्ञों ने कंधे की कमजोर हो चुकी मांसपेशियों की मरम्मत के लिए एक खास किस्म की पट्टी तैयार की है। इससे 15 दिन के भीतर लकवाग्रस्त मरीज के कंधों और हाथों में जान लौटने का दावा किया जा रहा है।

प्रयोगात्मक पट्टी को सर्जरी कर क्षतिग्रस्त ऊतकों के ऊपर चिपकाया जाता है। यह मांसपेशियों की मरम्मत की शरीर की प्राकृतिक क्षमता को सहारा देती है, जिससे जल्दी लाभ मिलता है। कंधे की चोट वाले 23 रोगियों के एक छोटे से समूह पर हुए अध्ययन में 21 लोग इस पट्टी से पूरी तरह से ठीक हो गए। उनके कंधे की गतिशीलता पहले जैसी हो गई। ऑपरेशन के सालभर बाद उन्हें दर्द से भी राहत मिल चुकी है। ब्रिटेन में बड़े पैमाने पर लकवाग्रस्त मरीजों में इस पट्टी का इस्तेमाल किया जा रहा है। अमेरिका में भी हजारों लोगों ने इस पट्टी को अपनाना शुरू कर दिया है।

इलाज के बाद गोल्फ खेल रही मरीज-

-पट्टी से ठीक हुई ब्रिटेन की पहली मरीज का कहना है कि अब वह दोबारा गोल्फ खेलने लगी है। मार्च में उपचार के बाद उसके दोनों हाथ सामान्य रूप से काम करने लगे हैं। दरअसल, चेशायर निवासी 68 वर्षीय लुइसा मगुइरे वर्षों से कंधे के दर्द से जूझ रही थीं। वह अपने हाथ हिला तक नहीं पाती थीं। इस प्रक्रिया से सर्जरी कराने के चार महीने बाद अब वह बेहतर महसूस कर रही हैं। उन्हें नया कंधे मिलने जैसी अनुभूति होती है।

डाक टिकट जितना आकार-

-ब्रिटेन में डाक टिकट के आकार की पट्टी को इस वर्ष की शुरुआत में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा से प्रत्यारोपण के लिए मंजूरी मिली थी। 50 साल से ऊपर की उम्र के एक-तिहाई लोगों को कंधे, जोड़ों में दर्द के साथ मांसपेशियों में कमजोरी की शिकायत हो जाती है। उनके लिए यह उपचार बेहद प्रभावी साबित होगा।

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