भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

‘महापौर’ के लिए इस बार जबरदस्त टकराव

  • भाजपा की क्लीन स्वीप की चाह…कांग्रेस रोक रही राह

भोपाल। प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव का घमासान चरम पर है। पिछली बार की तरह भाजपा इस बार भी 16 नगर निगमों में महापौर की सीटें जीतकर क्लीन स्वीप करना चाहती है, लेकिन कांग्रेस करीब आधा दर्जन शहरों में उसकी राह रोके खड़ी है। इससे इस बार चुनाव रोचक स्थिति में पहुंच गया है। उधर भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए कमर कस चुके हैं। वहीं आम आदमी पार्टी और कुछ निर्दलीय उम्मीदवार भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशियों की जीत का समीकरण बिगाड़ते दिख रहे हैं। इस बार कांग्रेस आक्रामक और संगठित तौर पर सक्रिय दिख रही है। प्रदेश के 16 नगर निगमों में महापौर के लिए हो रहे चुनाव में कांग्रेस कई शहरों में पहली बार भाजपा को कड़ी टक्कर देती दिख रही है। पहली बार ऐसा भी हो रहा है कि बड़े नेता इन चुनावों में इतने सक्रिय दिख रहे हैं। पिछली बार सोलह सीटों पर क्लीन स्वीप करने वाली भाजपा इस बार भी यही लक्ष्य लेकर चल रही है पर कांग्रेस ने इस बार कई स्थानों पर बेहतर प्रत्याशी उतार कर उसकी पेशानी पर बल ला दिए हैं।

इंदौर में संजय शुक्ला प्रचार में आगे
मेयर पद के लिए दिलचस्प मुकाबला इंदौर में भी देखने को मिल सकता है। यहां कुल 19 प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा ने पुष्यमित्र भार्गव को अपना प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस की तरफ से संजय शुक्ला, आम आदमी पार्टी की तरफ से कमल कुमार गुप्ता और एनसीपी की तरफ से कुलदीप पवार तोल ठोक रहे हैं। कांग्रेस ने विधायक संजय शुक्ला को टिकट दिया था। संजय काफी पहले ही प्रत्याशी घोषित हो चुके थे। लिहाजा उन्होंने अपना चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था। वे प्रचार में भाजपा से आगे हैं।

राजधानी में कड़ा मुकाबला
भोपाल नगर निगम में मेयर का चुनाव इस बार काफी दिलचस्प होने वाला है। यहां मैदान में 8 उम्मीदवार हैं। भाजपा ने पूर्व पार्षद मालती राय को भी टिकट दिया है। मालती पार्टी की बेहद पुरानी कार्यकर्ता हैं पर वे दो बार पार्षद का चुनाव हार चुकी हैं। संगठन उनके लिए पूरी ताकत से लगा है, यही बात उनके पक्ष में जाती है। वहीं कांग्रेस की विभा पटेल राजधानी का पुराना चेहरा हैं। वे एक बार निर्वाचित मेयर भी रह चुकी हैं। ऐसे में दोनों के बीच इस बार कड़ा मुकाबला हो रहा है।

सागर में जातिगत समीकरण तय करेंगे जीत-हार
सागर में मेयर पद के लिए कुल 8 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। जैन बाहुल्य शहर सागर में कांग्रेस ने पूर्व विधायक सुनील जैन की पत्नी निधि जैन को प्रत्याशी बनाया है। कभी देवरी से पूर्व विधायक रहे सुनील जैन भाजपा विधायक शैलेन्द्र जैन के छोटे भाई हैं। सागर की राजनीति में वे मंत्री भूपेन्द्र सिंह के खास समर्थक माने जाते हैं। यहां जातिगत गणित चुनाव में बेहद मायने रखेगा। दोनों प्रत्याशियों को पूरा फोकस जातियों को साधने पर ही है।

सतना में बसपा बिगाड़ेगी खेल
सतना नगर निगम से सत्तासीन भाजपा के योगेश ताम्रकार, कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा और बसपा के सईद अहमद के बीच त्रिकोणीय मुकाबला दिख रहा है। योगेश आरएसएस से भाजपा आए हैं। वे कई सामाजिक संगठनों से भी जुड़े हैं पर कांग्रेस ने अपने विधायक सिद्धार्थ कुशवाह को उतार कर उनकी राह कठिन कर दी है। बसपा किसका खेल खराब करेगी, यह चुनाव परिणाम आने पर पता चलेगा।

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