उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

महापुरुष की प्रतिमाओं का हुआ अनावरण

  • केन्द्रीय मंत्री, राज्यपाल सहित प्रदेश के मंत्री बतौर अतिथि हुए शामिल

नागदा। लंबे इंतजार के बाद शहर के प्रमुख चौराहों पर स्थापित की गई महापुरुषों की प्रतिमाओं का अनावरण हो गया। निर्धारित समय से लगभग तीन घंटे देरी से हुए कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर, राज्यपाल थावरचंद गेहलोत, वित्त मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा ने पहले बायपास पर स्थित महाराणा प्रताप, राजा जन्मेजय की प्रतिमा का अनावरण किया फिर पुराने बस स्टैंड पर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण कर नगरपालिका के सामने बने मंच पर पहुंचे। यहाँ मौजूद विशाल जनसमूह को लगभग 35 मिनट के भाषण में श्री तोमर ने राजा जन्मेजय के इतिहास से लोगों को अवगत कराते हुए कहा कि राजा जन्मेजय महाभारत कालीन राजा थे। अपने पिता कि मृत्यु और बदले के स्वरूप नागदाह यज्ञ करना और उसी के फलस्वरुप नागदा नगर कि ऐतिहासिकता से परिचय कराया। महाराणा प्रताप ने भारतीय संस्कति को बचाते हुए मुगल साम्राज्य से मुकाबला किया। डॉ. भीमराव अंबेडकर के सन्दर्भ मे बताया कि उन्होंने अपने जीवन में बहुत अपमान का सहा परंतु जब संविधान लिखा गया तो इसमे कहीं पर भी अपमान के प्रतिशोघ को नहीं दर्शाया। राज्यपाल गेहलोत ने तीनों महापुरुषों के इतिहास पर प्रकाश डाला।


उन्होंने कहा कि किसी समय शिक्षा पाठयक्रमों में यह पढ़ाया जाता थाकि अकबर महान था, लेकिन अटलबिहारी वाजपेयी की सरकार में इस प्रकार की ऐतिहासिक त्रुटियों को सुधारा गया। डॉ. अंबेडकर की महानता को याद करते हुवे उन्होंने बताया कि सुंदरलाल पटवा सरकार में बाबा साहेब की जन्मस्थली महू में काफी कार्य किए गए। केन्द्रीय मंत्री रहते हुए उनकी महानता को जनता में बरकरार रखने के लिए प्रयास किए। कार्यक्रम को प्रदेश के वित्त मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री देवड़ा, सांसद अनिल फिरोजिया, महिदपुर विधायक बहादुरसिंह चौहान, पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत, लालसिंह राणावत, असंगठित कामगार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सुल्तानसिंह शेखावत, पूर्व नपाध्यक्ष अशोक मालवीय, नपा उपाध्यक्ष सज्जनसिंह शेखावत, भाजपा ग्रामीण के पूर्व मंडल अध्यक्ष महेश व्यास, भाजपा जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में अभा क्षत्रिय महासभा की ओर से महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भेरुसिंह चौहान व चंद्रवंशी समाज की तरफ से समाज के राष्ट्रीय संस्थापक अंबाराम परमार भी बतौर अतिथि के रूप में मंचासीन थे। कार्यक्रम का संचालन भाजपा मंडल अध्यक्ष सीएम अतुल ने किया। अतिथियों का स्वागत एसडीएम आशुतोष गोस्वामी एवं प्रभारी सीएमओ सीएस जाट ने किया। क्षत्रिय महासभा की प्रदेश अध्यक्ष हेमलता तौमर ने मंत्री तोमर को तस्वीर भेंट की।

संतों के अपमान का आरोप
कार्यक्रम में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा अनावरण के लिए अतिथि बनाएं गए संतों के अपमान का विवाद पूरे समय चर्चा का विषय बना। भीम आर्मी का आरोप है कि प्रतिमा अनावरण के लिए प्रशासन की मंशानुसार अतिथि बनाए गए बौद्ध संतों को मंच पर उचित स्थान नहीं मिल पाया। मंच की अग्रिम पंक्ति में सिर्फ भंते महाराज को स्थान दिया गया। जबकि उनके साथ आए बाकी तीन बौद्ध संतों को पीछे बैठने को कहा गया। साथ ही उनके लिए पानी व अन्य व्यवस्थाएं भी नहीं की गई, जिससे नाराज होकर संतों को मंच छोड़कर जाना पड़ा।

बाल-बाल बची पूर्व विधायक की आंख
आलोट संसदीय क्षेत्र के पूर्व विधायक जितेंद्र गेहलोत कि आंख अचानक हुई दुर्घटना में चश्मे कि वजह से बची। हुआ यह कि बायपास पर जब महाराणा प्रताप की प्रतिमा के अनावरण के लिए जब डोरी को खींचा जा रहा था, उसी दौरान अचानक मूर्ति पर लगा लोहे का क्लेम्प उछल कर सीधा पूर्व विधायक की आंख पर जाकर लगा। ये तो अच्छा रहा कि उन्होंने चश्मा पहन रखा था जिसकी वजह से आंख तो बच गई परंतु चश्मे के दो टुकड़े हो गए। चोट की गम्भीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पूर्व विधायक पर कुछ देरी के लिए बेहोशी छा गई थी।

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