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कोरोना की जांच करने गई टीम को गांव वालों ने बनाया बंधक


कैमूर। इन दिनों बिहार के जिले कैमूर के एक गांव का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस गांव में कोरोना की जांच करने गई टीम को बंधक बनाकर महिलाओं द्वारा अभद्र व्यवहार करने की बात सामने आई है। जांच टीम के मुताबिक यहां के लोग कोरोना की टेस्टिंग का विरोध कर रहे हैं। वहीं गांव वालों ने आक्रोश का कारण किडनी निकालने की अफवाह बताया है।

मामला शेरपुर गांव का है जहां पर कोरोना की जांच करने के लिए टीम गई थी। टीम द्वारा कुछ लड़कों को पकड़कर बिना परिजनों को सूचना दिए कोरोना की जांच की गई। जैसे ही बच्चों ने अपने परिजनों को इस बात की सूचना दी। गांव की महिलाएं झुंड बनाकर जांच करने वाली टीम के पास पहुंच गई और हंगामा करने लगीं। कुछ महिलाओं ने तो डंडा भी उठा लिया। स्वास्थ्य कर्मियों ने वहां के लोगों को समझाने की कोशिश की। बाद में बिना जांच किए ही पुलिस सुरक्षा में वापस आना पड़ा।

वायरल वीडियो में लोगों के अनुसार इस गांव में किडनी निकालने की अफवाह फैली है। इसी बीच मेडिकल टीम आकर लोगों की जबरदस्ती जांच करने लगी। टीम ने परिजनों की इजाजत के बिना बच्चों की टेस्टिंग कर दी। परिजनों को बच्चों से पता चला कि कोई मेडिकल टीम उनकी टेस्टिंग कर रही है, जिससे सभी लोग आक्रोशित हो गए।

वहीं कैमूर सिविल सर्जन डॉक्टर अरुण कुमार तिवारी बताते हैं चैनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत शेरपुर गांव है। जहां कोरोना वायरस जांच के लिए मेडिकल टीम गई थी। जहां गांव वालों ने टीम का विरोध कर हंगामा किया। टीम के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया. गाड़ी और मेडिकल टीम को बंधक बनाकर रखा गया था। पुलिस की पहल पर मेडिकल टीम को वहां से वापस लाया गया। ग्रामीण विरोध कर रहे थे कि हम लोग को जांच नहीं करानी है। बहरहाल पुलिस अब इस मामले की जांच में जुट गई है।

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